पटना : बिहार पुलिस अपनी कामयाबी को लेकर लगातार अपनी पीठ थपथपाती है लेकिन जब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठते है तो पूरा पुलिस महकमा खामोश हो जाता है। दरअसल, हम बात कर रहे है रुपेश हत्याकांड और पूर्व बाहुबली विधायक अनंत कुमार सिंह के घर से बरामद एके-47 मामले की। इन दोनों मामले में पटना पुलिस की थियोरी पर ना सिर्फ कोर्ट ने सवाल उठाया बल्कि इन दोनों मामलों के आरोपी को कोर्ट ने हाल ही में बाइज्जत बरी कर दिया।
इधर, इस मामले को लेकर आज जब डीजीपी आलोक राज से पूछा गया कि क्या बिहार पुलिस रुपेश हत्याकांड और अनंत सिंह के घर से बरामद एके-47 मामले को लेकर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे तो इस पर डीजीपी ने गोलमोल जवाब देकर इस सवाल से अपना पलड़ा झाड़ लिया। वहीं दूसरी ओर जब इनसे यह पूछ गया कि बिहार के कौन से जिले में सबसे अधिक गंभीर अपराध है और कैसे अपराध पर आपकी पुलिस नियंत्रण करेगी। इस सवाल को भी आलोक राज टाल गए।
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हालांकि जब इनसे गुरुवार को मुख्य सचिव के द्वारा कानून-व्यवस्था को लेकर की गई बैठक के दौरान मिले टास्क से जुड़े सवाल किए गए तो इन्होंने यह जरूर स्वीकार किया। डीजीपी आलोक राज ने कहा कि हमलोगों को कानून व्यवस्था बेहतर करने को लेकर टास्क मिला है। जिसे हमलोग बहुत जल्द बेहतर तरीके से पूरा करेंगे।
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चंदन कुमार तिवारी की रिपोर्ट