Dhanbad: चर्चित नीरज सिंह हत्याकांड में आठ वर्षों से न्यायिक हिरासत में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह को सोमवार को रांची के रिनपास (RINPAS) से डिस्चार्ज कर दिया गया। यह फैसला सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिलने के बाद आया है। हालांकि, अदालत ने धनबाद जाने पर फिलहाल रोक लगाई है। इस बीच आज नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह ने सोशल मीडिया फेसबुक पर भावनात्मक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने राष्ट्रकवि दिनकर की कविता के जरिए भावना व्यक्त की है।
Dhanbad: पूर्णिमा सिंह का पोस्ट
अपने पोस्ट में पूर्णिमा सिंह ने लिखा है, “जो भूल गए हैं उन्हें याद दिला दूं
चार लोगों की निर्मम हत्या हुई।
तीन औरतें एक ही साथ विधवा हुईं।
चार मांओं ने एक पल में अपने बेटे खो दिए।
चार परिवार उजड़ गए।
अपने ही परिवार के सदस्य की हत्या की,कुलघात किया।
कालांतर में अनेक परिवारों को उजाड़ने का कारण बना।
और अगर ऐसा करने वालों के लिए इस समाज का एक पक्ष छाती पीटकर खुशियां मना रहा है तो हम सबको अपनी अंतरात्मा में झाँक कर देखने की ज़रूरत है।
समर शेष है, अहंकार इनका हरना बाकी है
वृक को दंतहीन, अहि को निर्विष करना बाकी है।
समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध
जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध।”
Dhanbad: सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत
सुप्रीम कोर्ट में संजीव सिंह की जमानत पर सुनवाई के बाद मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बी.आर. गवई, जस्टिस विनोद चंद्रन, और जस्टिस एन.बी. अंजारिया की खंडपीठ ने जमानत मंजूर कर ली। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ट्रायल कोर्ट ने भी जमानत पर रिहाई का निर्देश जारी किया। संजीव सिंह 11 अप्रैल 2017 से न्यायिक हिरासत में थे। इससे पहले उनकी जमानत याचिकाएं निचली अदालत और हाईकोर्ट से खारिज हो चुकी थीं।
Dhanbad: धनबाद जाने पर पाबंदी
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत संजीव सिंह को धनबाद जाने की अनुमति नहीं दी गई है। ऐसे में वे अस्थायी रूप से रांची में ही रहेंगे। रिनपास से डिस्चार्ज होते समय उन्हें भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ ने घेरा और उनका स्वागत किया। हालांकि संजीव सिंह को जमानत मिल गई है, लेकिन मामले की ट्रायल प्रक्रिया जारी है।
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