Dr Archana sharma suicide case
Koderma-Dr Archana sharma suicide case-रिम्स रांची की गोल्डमेड लिस्ट और झारखंड की बेटी डॉ अर्चना के द्वारा राजस्थान के दौसा में आत्महत्या करने से पूरा झारखंड आहत है.
एक मरीज की मौत के बाद परिजनों के द्वारा किए गए तोड़फोड़ से आहत होकर डॉक्टर अर्चना ने आत्महत्या कर ली थी.
आज इसके विरोध में पूरे झारखंड में सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में ओपीडी को बंद रखा गया है.
इसी क्रम में कोडरमा में केन्द्रीय मंत्री और स्थानीय विधायक नीरा यादव की अगुवायी में जिले के तमाम चिकित्सकों ने विरोध प्रदर्शन किया.
इस दौरान चिकित्सकों ने हाथों तख्तियां लेकर झारखंड में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की.
डॉक्टर अर्चना शर्मा को याद कर भावुक हुई डॉ निरा यादव
इस मौके पर चिकित्सकों को संबोधित करते हुए डॉ नीरा यादव भावुक हो उठी,
डॉक्टर अर्चना को याद कर उनकी आंखों से आंसू निकल आए.
आंखों में आंसू लिए नीरा यादव ने झारखंड सरकार से मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग की.
उन्होंने कहा कि कोई भी डॉक्टर अपनी लापरवाही से मरीज को मारना नहीं चाहता.
उन्होंने कहा कि वह भी एक डॉक्टर की मां है और उन्हें इस बात की जानकारी है कि
कोई डॉक्टर किसी मरीज के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता.
लेकिन जिस प्रकार से आज के दिनों में डॉक्टरों पर हमले हो रहे हैं,
उस हालत में तो कोई भी डॉक्टर गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज का इलाज नहीं करना चाहेगा.
यह सरकार की जिम्मेवारी है कि तमाम डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करें.
इस मौके पर आईएमए के सचिव डॉ सुजीत राज ने कहा कि चिकित्सकों पर हमले से उनका काम प्रभावित होता है, मरीजों का इलाज प्रभावित होता है.
रिपोर्ट- अमित