नवादा/मोकामा/आरा/मोतिहारी : नवादा नगर परिषद क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं रहने के कारण करीब हर वार्ड में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है। नगर के वार्ड-41 अंतर्गत न्यू अंसार नगर मोहल्ले की स्थिति सबसे भयावह है। यह मोहल्ला रेलवे लाइन और एनएच-20 के बीच बसा हुआ है। न्यू अंसार नगर मोहल्ले में जल निकासी की व्यवस्था नहीं है जिसके कारण लोगों को फजीहत झेलनी पड़ रही है। जुगाड़ नाव इस मोहल्ले के लोगों का सहारा बना हुआ है। यह समस्या रेलवे लाइन दोहरीकरण के बाद जल निकासी के सभी मुहाने बंद होने के कारण उत्पन्न हुई है। जहां करीब 100 घर हैं मोहल्ले के लोग जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने की मांग जिला प्रशासन से की है।
बारिश के कारण पूरा मोहल्ला पूरी तरह से जलमग्न हो गया
बताया जाता है कि बारिश के कारण पूरा मोहल्ला पूरी तरह से जलमग्न हो गया। मोहल्ले से बाहर निकालने के सभी रास्ते अपनी में डूब गए। तब लोगों ने मिलकर करीब दो जुगाड़ नाव बनाया जुगाड़ नव के सहारे लोग आना जाना कर रहे हैं। इतना ही नहीं स्कूली बच्चों को भी इसी नाव पर बैठाकर सड़क तक ले जाया जाता है। कुछ लोग जलजमाव से परेशान होकर अपने घर को छोड़कर रिश्तेदार के यहां चले गए हैं। चार दिन पूर्व जब पूरा नवादा शहर के गली-मोहल्ले पानी से लबा लब भरा हुआ था तब से इस मोहल्ले का क्या हाल होता होगा।
मोहल्ले का पानी रेलवे लाइन के किनारे से होते हुए सोमनाला में जाकर गिरता था – लोग
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि पहले इस मोहल्ले का पानी रेलवे लाइन के किनारे से होते हुए सोमनाला में जाकर गिरता था। जब रेलवे लाइन दोहरी करण का कार्य हुआ तब पानी निकासी का मुहाना को बंद कर दिया गया। जिसके कारण पूरे मोहल्ले में जनों की समस्या उत्पन्न हुई है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि रेलवे लाइन के किनारे नाला बनाकर पानी को शोभनाला में गिराया जा सकता है। जिससे लोगों को जलजमाव की समस्या से निजात मिल सकती है। पहले भी रेलवे लाइन के किनारे से ही बारिश का पानी शोभनाला में जाता था। लेकिन रेलवे लाइन दोहरीकरण के कारण जल निकासी का मुहाना बंद हो गया जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई है।
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मोकामा में गंगा नदी अब खतरे के निशान तक पहुंच गई है
मोकामा में गंगा नदी अब खतरे के निशान तक पहुंच गयी है। वहीं टाल क्षेत्र का गोरियारी गांव प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क से कट गया है। जिला प्रशासन ने इस गांव से संपर्क कायम रखने के लिए एक नाव मुहैया कराया है। मोकामा में गंगा नदी अब अपना विकराल रूप दिखा रही है। सुबह छह बजे तक गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे दर्ज की गई। गंगा नदी में जारी उफान से इसके जलस्तर के खतरे के निशान को पार कर जाने की संभावना है।

गंगा नदी के उफान पर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है – CO मनीष कुमार
मोकामा सीओ मनीष कुमार ने बताया कि गंगा नदी के उफान पर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। प्रखंड के जंजीरा दियारा में भी इस उफान से अभी तक पलायन की नौबत नहीं आई है। जंजीरा दियारा के लोगों की भी इस बढ़ोतरी पर नजर है।मोकामा के निचले इलाके के सभी गांव भी समाचार प्रेषण तक महफूज बताए जाते हैं। कसहा दियारा में भी अभी स्थिति नियंत्रण में बताई जाती है।
ग्रामीण बच्चू बिंद ने बताया- गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है
ग्रामीण बच्चू बिंद ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। वहीं हालात पूरी तरह काबू में है। दूसरी ओर मोकामा टाल क्षेत्र की मुहाने, बगदाही और धनायन नदियों में उफान लगातार बढ़ रहा है। नदियों में उफान से त्रिमुहान पंचायत का गोरियारी गांव चारों तरफ से बाढ़ से घिर गया है। ग्रामीणों को बाढ़ के पानी में घुस कर आने-जाने की मजबूरी बन गई है। गांव तक जाने वाली पगडंडी भी डूब गई है। घोसवरी सीओ अनुज कुमार ने बाढ़ से घिरे गोरियारी गांव में एक नाव की व्यवस्था कर दी है। वहीं कररा गांव में भी बाढ़ का उन्होंने जायजा लिया।
भोजपुर जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर
भोजपुर जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बड़हरा में रविवार को गंगा का जलस्तर 53.25 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 53.08 मीटर से 17 सेंटीमीटर ऊपर है। इससे पहले शनिवार को सुबह जलस्तर 52.88 मीटर था, जो शाम छह बजे तक बढ़कर 52.96 मीटर पहुंच गया। बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 29 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उत्तराखंड में हो रही मूसलाधार बारिश का असर भोजपुर में साफ दिखने लगा है। लगातार पानी छोड़े जाने और बारिश के चलते गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।

केंद्रीय जल बोर्ड ने अगले 5 दिनों तक गंगा के जलस्तर में और वृद्धि की संभावना जताई है
केंद्रीय जल बोर्ड ने अगले पांच दिनों तक गंगा के जलस्तर में और वृद्धि की संभावना जताई है। शाहपुर के जवईनियां गांव में गंगा की कटाव से ग्रामीण परेशान हैं। कटाव की रफ्तार अब भी बनी हुई है और प्रशासन की चिंता बढ़ा रही है। हालांकि प्रशासन बाढ़ से प्रभावित लोगों के बीच राहत कार्य में लगातार जुटी हुई हैं। वहीं बड़हरा क्षेत्र के बधारों में बाढ़ का पानी तेजी से फैलने लगा है। खेत-खलिहान जलमग्न हो रहे हैं। आरा शहर के गांगी घाट और आसपास के इलाके जलमग्न हो गए हैं गंगा के पानी से। सड़कों के किनारे मवेशी को लोग रखे हुए हैं।
जिले में लगातार हो रही बारिश से मोतिहारी के शहर वासियों की बढ़ी परेशानी
जिले में लगातार हो रही बारिश से मोतिहारी के शहर वासियों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं मोतिहारी के बलुआ, चांदमारी, छतौनी, बंगाली कॉलोनी, हेनरी बाजार और ज्ञान बाबू चौक के साथ-साथ आधे दर्जन मोहल्ले में झील जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। वहीं स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लगातार हो रही बारिश से गर्मी और उमस के साथ-साथ किसानों के लिए बड़ी राहत मिली है। लेकिन शहर के कई इलाकों में जलजमाव होने से लोग काफी परेशान से दिख रहे हैं। नगर निगम के द्वारा जल निकासी की व्यवस्था शुरू कर दी गई है ताकि जल्द जमाव से किसी को परेशानी ना हो सके। लेकिन लगातार हो रही बारिश से फसलों को मानो अमृत और हरियाली मिल गई है।

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अनिल कुमार, विकाश कुमार, नेहा गुप्ता और सोहराब आलम की रिपोर्ट
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