लूटपाट के डर से लोग मजबूरी में बीजेपी को वोट दे रहे: प्रशांत

सिवान : राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आरजेडी और जेडीयू पर बा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग शाम 4 बजे के बाद कोई लूटपाट न कर ले, इसी डर से लोग लालू को वोट न देकर मजबूरी में बीजेपी को वोट दे रहे. यह बातें उन्होंने सीवान में जन युराज यात्रा के दौरान कही. जन सुराज पदयात्रा के दौरान सिवान के इंग्लिश पंचायत में एक आमसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनता को वोट के समय बस चार बातों का ही ध्यान रहता है, जाति-धर्म, हिन्दू-मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान और पुलवामा.

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‘बिहार की जनता को अपने बच्चों का दुख दिखाई भी देता है तो वो उस दुख को भूल जाते हैं’

बिहार की जनता को अपने बच्चों का दुख दिखाई भी देता है तो वो उस दुख को भूल जाते हैं और अंततः कमल का बटन दबा देते हैं। कुछ लोग लालू जी के जंगलराज से डर कर भाजपा को वोट दे देते हैं, क्योंकि अपराध वाले जंगलराज के समय घर में घुस कर अपराधी गोली मार कर, अपहरण कर चले जाते थे। 4 बजे शाम में कोई लूटपाट न कर ले इस डर से लोग घर छोड़ कर भाग जाते थे। इसी डर से लोग लालू यादव के आरजेडी को वोट न देकर मजबूरी में बीजेपी को वोट दे रहे हैं.

अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का कहना है कि जिंदा रहे या ना रहे भाजपा को तो वोट नहीं कर सकते क्योंकि भाजपा मुस्लिम विरोधी पार्टी है. आज बिहार में बस दो ही दलों का राज है, मोदी जी की भाजपा और लालू जी का लालटेन. नीतीश कुमार का तो कोई दल ही नहीं बचा, कभी लालटेन पकड़ कर लटक रहे हैं, तो कभी कमल के फूल पर बैठ कर तैर रहे हैं.

हिन्दू-मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान, 5 किलो अनाज पर वोट नहीं देंगे तभी विकास होगा

सिवान में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारा कोई दल नहीं है, क्योंकि बिहार की राजनीति में व्यवस्था है कि जो दल बनाता है वो दल का नेता हो जाता है, उसके बाद उसका बेटा दल का नेता बन जाता है. ये व्यवस्था दल बनाने का नहीं है, ये परिवार का शासन है. दल बनाने का रास्ता गांधी जी ने दिखाया था, गांधी जी ने दल बना कर वोट नहीं मांगी लेकिन गांधी जी ने देश को आजाद करवाया था. उस समय गांधी जी आगे-आगे चले और पीछे से पूरा समाज उनके साथ चला, तब देश आजाद हुआ. अगर बिहार को बेरोजगारी, गरीबी और भ्रष्टाचार से मुक्त करवाना है, तो बिहार के हर व्यक्ति को अपना कंधा लगाना पड़ेगा और संकल्प लेना पड़ेगा कि हिन्दू-मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान, 5 किलो अनाज पर वोट नहीं देंगे। इस बार वोट उसी को देंगे जो रोजगार देगा, जो हमारी गरीबी दूर करेगा तब जाकर बिहार सुधरेगा.

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