डिजिटल डेस्क : अफगानिस्तान में भूकंप के झटकों से कांपी धरती। अफगानिस्तान में बृहस्पतिवार-शुक्रवार के दरम्यानी रात यानि शुक्रवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के इन झटकों से अफगानिस्तान में धरती कांप उठी।
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बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
इससे पहले भारत में बीते होली के दिन 14 मार्च को कई हिस्सों में भूकंप के झटकों से धरती डोली थी। तब भूकंप के झटकों ने होली की सुबह देश में कई हिस्सों में धरती को बेतरह कंपा दिया।
उससे लोगों में दहशत की माहौल देखा गया था। उस समय भूकंप के झटके जम्मू कश्मीर, लद्दाख और अरूणाचल प्रदेश में आने की पुष्टि की गई थी।
अफगानिस्तान में 4.9 रही भूकंप की तीव्रता
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को अफगानिस्तान में आए भूकंप की तीव्रता 4.9 रही जिससे लोगों को अंदर से दहला दिया। NCS (राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान) केंद्र ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 1 बजे अफगानिस्तान में भूकंप आया।
रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.9 दर्ज की गई। NCS डेटा के अनुसार, भूकंप का केंद्र अक्षांश 36.48 एन, देशांतर- 71.45 ई, पर 160 किमी की गहराई पर पाया गया।
अफगानिस्तान में इससे पहले भी मार्च में एक 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था। NCS की माने तो उथले भूकंप गहरे भूकंपों से ज़्यादा खतरनाक होते हैं।
अफगानिस्तान भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है और बार-बार आने वाले भूकंप वहां रह रहे समुदायों के लिए बड़ी चुनौती हैं।

अफगानिस्तान में पूर्व में भी आ चुके हैं कई बड़े भूकंप
बता दें कि अफगानिस्तान में पूर्व में भी कई बड़े भूकंप आ चुके हैं और हिंदुकुश का पहाड़ी इलाका हमेशा से ही भूकंप के लिहाज से काफी सक्रिय रहा है। अफगानिस्तान भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच कई फॉल्ट लाइनों पर स्थित है।
इसमें एक फॉल्ट लाइन सीधे हेरात से भी गुजरती है। इसी क्रम में यह भी बता दें कि अफगानिस्तान में साल 2023 में आए भूकंप ने बहुत ही तबाही मचाई थी।
इस दौरान करीब 4 हजार लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 9 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। 13 हजार घरों को नुकसान पहुंचा था। उस दौरान भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई थी।

भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील है अफगानिस्तान मुल्क
NCS के अफगानिस्तान भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है. संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCHA) के अनुसार अफगानिस्तान मौसमी बाढ़, भूस्खलन और भूकंप सहित प्राकृतिक आपदाओं के लिए अत्यधिक संवेदनशील बना हुआ है।

NCS( नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी) के एक बयान में कहा गया है कि इससे पहले 4 फरवरी को अफगानिस्तान में रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था।
UNOCHA ने कहा कि अफगानिस्तान में बार-बार आने वाले भूकंप से कमजोर समुदायों को नुकसान होता है, जो पहले से ही दशकों के संघर्ष और अल्प-विकास से जूझ रहे हैं और एक साथ कई झटकों से निपटने के लिए उनकी ताकत अब कम रह गया है।