रांची: झारखंड के पांच प्रवासी मजदूर पश्चिम अफ्रीका के नाइजर में आतंकी संगठन के कब्जे में हैं। पिछले शुक्रवार को ट्रांसमिशन लाइन प्रोजेक्ट में काम करने गए इन मजदूरों को वहां के उग्रवादियों ने अगवा कर लिया था। नाइजर की सेना और स्थानीय पुलिस लगातार उनकी तलाश में जुटी है, लेकिन अब तक कोई पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा है।
बताया जा रहा है कि झारखंड से 40-50 मजदूरों का दल नाइजर गया था, जो कल्पतरू पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड के प्रोजेक्ट में काम कर रहा है। अपहरण की इस घटना के बाद अन्य मजदूरों में भी दहशत का माहौल है।
नाइजर पुलिस का दावा- सभी मजदूर सुरक्षित
नाइजर के स्थानीय पुलिस कमिश्नर ने प्रवासी मजदूरों से संपर्क साधा और दावा किया है कि अपहृत सभी पांचों मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है। पुलिस लगातार आतंकियों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है ताकि मजदूरों की रिहाई सुनिश्चित की जा सके।
कंपनी ने मजदूरों से कहा- धैर्य रखें, काम बंद करें
नाइजर में मौजूद प्रवासी मजदूरों ने प्रभात खबर को बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने उनसे कहा है कि फिलहाल काम बंद रखें और शांति बनाए रखें। कंपनी ने कहा है कि रिहाई के प्रयास जारी हैं और इधर-उधर संपर्क करने से बचें ताकि कोशिशों में कोई बाधा न आए।
राज्य सरकार भी संपर्क में, परिजन परेशान
इधर, झारखंड में अगवा मजदूरों के परिजन गहरे संकट में हैं। परिवार के सदस्य लगातार कंपनी के संपर्क में हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। माले के पूर्व विधायक विनोद सिंह भी परिजनों के साथ मिलकर अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं। श्री सिंह ने राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों से भी बातचीत कर त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों का दावा है कि मजदूरों की रिहाई के प्रयास तेज कर दिए गए हैं और जल्द ही इस मामले में सकारात्मक खबर मिलेगी। हालांकि, सुरक्षा कारणों से वे फिलहाल ज्यादा जानकारी साझा करने से बच रहे हैं।