रांची: झारखंड के उपभोक्ताओं को जल्द ही महंगी बिजली का सामना करना पड़ सकता है। झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग (JSERC) 30 अप्रैल तक नये बिजली टैरिफ की घोषणा कर सकता है। आयोग की ओर से टैरिफ निर्धारण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और संभावना है कि एक मई से नये टैरिफ को लागू कर दिया जायेगा।
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) द्वारा आयोग के समक्ष प्रस्तुत प्रस्ताव के अनुसार शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए वर्तमान दर 6.65 रुपये प्रति यूनिट से बढ़ाकर 8.65 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव है। साथ ही, फिक्स्ड चार्ज को भी 100 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 200 रुपये प्रतिमाह करने का सुझाव दिया गया है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो आयोग 50 पैसे से लेकर एक रुपये प्रति यूनिट तक की वृद्धि को मंजूरी दे सकता है।
JBVNL को चालू वित्तीय वर्ष में कुल 10875.46 करोड़ रुपये राजस्व की आवश्यकता है। इसमें से घरेलू उपभोक्ताओं से 6433.46 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 5842.54 करोड़ रुपये एनर्जी चार्ज और 591.13 करोड़ रुपये फिक्स्ड चार्ज के रूप में शामिल हैं।
इसके अलावा, कॉमर्शियल उपभोक्ताओं से 1849 करोड़ रुपये, लो टेंशन से 506.66 करोड़, सिंचाई (IAS) उपभोक्ताओं से 148.70 करोड़, रेलवे (RTS) से 91.30 करोड़, हाइटेंशन (HT) कनेक्शन से 1766.97 करोड़ और MES से 14.31 करोड़ रुपये राजस्व वसूली का अनुमान है।
आयोग द्वारा मार्च में टैरिफ प्रस्ताव पर जनसुनवाई की प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। आपत्तियों पर JBVNL द्वारा जवाब प्रस्तुत कर दिया गया है और अब टैरिफ को अंतिम रूप देने की तैयारी की जा रही है।
यदि प्रस्तावित दरें लागू होती हैं, तो उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट बिजली दर में एक रुपये तक की वृद्धि झेलनी पड़ सकती है, जिससे मासिक बिजली बिलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी संभावित है।