मोक्ष और ज्ञान की भूमि गया जिला 160 वर्ष का हुआ, ‘रन फॉर गया’ का हुआ आयोजन

मोक्ष और ज्ञान की भूमि गया जिला 160 वर्ष का हुआ, 'रन फॉर गया' का हुआ आयोजन

गया : गया जिला आज यानी तीन अक्टूबर को अपना 160वां वर्ष मना रहा है। इस अवसर पर आज ‘रन फॉर गया’ का भी आयोजन किया गया। जो गया के टावर चौक से गांधी मैदान तक पहुंचा। इसकी शुरुआत जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश के द्वारा टावर चौक से हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की गई। रन फॉर गया में स्कूली बच्चे और एनसीसी कैडेट्स सहित समाजसेवी भी इसमें शामिल थे। वहीं गांधी मैदान पहुंचकर अधिकारियों ने सभी स्कूली बच्चों को स्वच्छता को लेकर भी इस संदेश दिया। अधिकारियों ने गया जिला का ऐतिहासिक धरोहर सहित गया जिले में अबतक क्या-क्या विकास हुआ इसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दिया।

वहीं छात्रों से अपील किया है कि गया जिला का मान सम्मान बढ़ाने का भी काम आप लोग करेंगे ताकि गया का नाम देश दुनिया में बना रहे। गया मोक्ष और ज्ञान की भूमि है यहां एक तरफ जहां पितृपक्ष में लाखों तीर्थ यात्री आते हैं। वहीं बोधगया में लाखों विदेशी पर्यटक भी आते हैं। इस हिसाब से गया जिला एक बहुत ही विश्व में एक स्थान रखता है। गया जिला स्थापना दिवस के मौके पर आज दिन भर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। वही संध्या में गया समाहरणालय में 160 वर्ष के मौके पर 160 कैंडल जलाकर एवं केक काटकर गया जिला स्थापना दिवस मनाया जाएगा। बता दें कि आज ही के दिन तीन अक्टूबर 1865 को झारखंड के रामगढ़ से अलग होकर गया जिला बना था। उस समय औरंगाबाद और नवादा जिला गया के हिस्से ही आते थे। बाद में नवादा और औरंगाबाद को अलग जिला बनाया गया।

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आशीष कुमार की रिपोर्ट

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