धनबादः उपायुक्त के आदेश पर खैराबाद खाते की जिस जमीन को 2012 में सरकारी जमीन घोषित कर बोर्ड लगाया गया था, अब उसी जमीन को गोविंदपुर अंचल द्वारा एक व्यक्ति विशेष के नाम जमाबन्दी करने का मामला सामने आया है।
कंगालो मौजा का खाता संख्या-28,प्लॉट संख्या-33, रकवा 14.95 एकड़ पर एक-दो नहीं, तीन-तीन सरकारी जमीन होने का बोर्ड लगा हुआ है, बावजूद इसके इस जमीन को किसी व्यक्ति विशेष के नाम जमाबन्दी कायम करने से स्थानीय लोगों में गुस्सा है। स्थानीय लोगों ने अंचलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच की मांग की है।
तत्कालीन उपायुक्त सुनील बर्णवाल ने रद्द किया था जमाबन्दी
स्थानीय लोग बताते हैं कि जमीन माफिया की नजर वर्षों से इस जमीन पर है। जमीन माफिया की मिलीभगत से अंचलाधिकारी रामजी वर्मा ने महेंद्र यादव नामक शख्स को आगे कर सुबिमल चन्द्र रॉय के नाम जमाबन्दी कायम कर दिया।
बता दें कि पूर्व में भी सुबिमल चन्द्र रॉय के नाम जमाबन्दी कायम किया गया था, जिसे तत्कालीन उपायुक्त सुनील बर्णवाल ने रद्द कर दिया था। जमाबंदी कायम होने के बाद लगभग तीन-चार दशकों से यहां बसने वाले भूमिहीनों पर आश्रयहीन होने का खतरा मंडराने लगा है।
रिपोर्टः राजकुमार जायसवाल /प्रकाश कुमार