रांची : राज्यपाल रमेश बैस एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न
डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती पर राजेंद्र चौक (डोरंडा) स्थित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन
अर्पित कर उन्हें याद किया. वहीं परमवीर चक्र विजेता अमर शहीद वीर अल्बर्ट एक्का की
पुण्यतिथि पर महात्मा गांधी मार्ग (अल्बर्ट एक्का चौक) स्थित उनकी प्रतिमा पर
पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. राज्यपाल रमेश बैस ने ट्वीट कर लिखा कि
आज परमवीर चक्र विजेता शहीद लांस नायक अल्बर्ट एक्का की पुण्यतिथि पर
उनकी प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
आज देश के दो महान व्यक्ति को स्मरण करने का दिन- सीएम हेमंत
मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश के दो महान व्यक्ति को स्मरण करने का दिन है.
आज देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती एवं झारखंड के
आदिवासी वीर सपूत शहीद अल्बर्ट एक्का का शहादत दिवस है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे महान विभूतियों के वजह से ही इतने बड़े गणतंत्र एवं लोकतांत्रिक
देश में हमसभी लोग मान-सम्मान के साथ जी रहे हैं. हमें ऐसे महान विभूतियों पर गर्व है.
देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती एवं झारखंड की माटी के वीर सपूत,
महान योद्धा परमवीर चक्र विजेता शहीद अल्बर्ट एक्का के शहादत दिवस पर मैं उन्हें शत-शत नमन करता हूं.
आज दो महान सपूतों को याद करने का दिन- राज्यपाल रमेश बैस
मौके पर राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि आज देश के दो महान सपूतों को याद करने का दिन है. एक देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और दूसरे झारखंड के वीर सपूत शहीद अल्बर्ट एक्का का शहादत दिवस, जो देश की रक्षा के करते हुए शहीद हुए. ऐसे दो महान योद्धाओं को याद करने का दिन है. इन दोनों को मैं नमन करता हूं. उन्होंने जो देश के लिए काम किया उन्हें पूरा देश याद करेंगे.
डॉ राजेंद्र प्रसाद 2 बार रहे राष्ट्रपति
बिहार में 3 दिसंबर 1884 को जन्मे डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के एकमात्र राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 2 कार्यकाल के लिए अपनी सेवाएं दी. स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. उनके जीवन पर बुद्ध और गांधी का गहरा असर था. देश आज उनकी 137 वीं जयंती मना रहा है. उनके विद्वता की चर्चा हर जगह होती है.
उनका जन्म बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था. वो भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष के रूप में भी प्रमुख भूमिका निभाई थी. डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारतीय संविधान (Indian Constitution) के निर्माण में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था. 1950 में संविधान सभा की आखिरी बैठक में वो राष्ट्रपति (President) चुने गए और 26 जनवरी 1950 से 13 मई 1962 तक देश के पहले राष्ट्रपति रहे.
राज्यपाल रमेश बैस: अलबर्ट एक्का ने पाकिस्तान में घुसकर बंकर किये थे नष्ट
गुमला जिला के जनजातीय बहुल जारी गांव में जन्मे अलबर्ट एक्का (Albert Ekka) ने पाकिस्तान में घुसकर बंकर नष्ट किये थे और दुश्मनों को मार गिराया था. अलबर्ट एक्का के आदम्य साहस के कारण ही 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त दी थी. इस युद्ध में तीन दिसंबर, 1971 को अलबर्ट एक्का शहीद हुए थे. मरणोपरांत उन्हें देश की सर्वश्रेष्ठ सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
1971 के युद्ध में 15 भारतीय सैनिकों को मरता देख अलबर्ट एक्का दौड़ते हुए टॉप टावर के उपर चढ़ गये थे. उसके बाद टॉप टावर के मशीनगन को अपने कब्जे में लेकर दुश्मनों को तहस नहस कर दिये. इस दौरान उसे 20 से 25 गोलियां लगी. पूरा शरीर गोलियों से छलनी था. वे टॉप टावर से नीचे गिर गये. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली थी.
रिपोर्ट: मदन सिंह