रांची. हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने हेमंत सरकार में मंत्री इरफान अंसारी को लीगल नोटिस भेजा है। साथ ही सूचना प्राप्ति के तीन दिनों के भीतर अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहा है। यदि मंत्री अंसारी माफी नहीं मांगते हैं तो उन पर हजारीबाग सांसद आगे कानूनी कार्रवाई करेंगे। यह मामला जेएसएससी पेपर मामले को लेकर हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल के खिलाफ मंत्री अंसारी के बयान से जुड़ा है।
मनीष जायसवाल ने इरफान अंसारी को भेजा लीगल नोटिस
मंत्री इरफान अंसारी को दिये लीगल नोटिस में कहा गया है, ‘इरफान अंसारी आप “लाइव दैनिक” नामक एक समाचार चैनल को साक्षात्कार देने के दौरान 21 और 22 सितंबर, 2024 को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित झारखंड सामान्य स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (“जेजीजीएलसीसीई 2023”) के परीक्षा पत्र लीक होने के बारे में रिपोर्टर द्वारा पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा था, “हजारीबाग के जो सांसद है वो करवाया है वो एक्सपेर्ट है इराबने ठीक है वो नहीं चाहता की हमारे बच्ची का भविष्य संवरे’। यह आपने मेरे मुवक्किल को बदनाम करने के एकमात्र इरादे से एक पूरी तरह से अपमानजनक, झूठी और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी की है।
‘लाइव दैनिक’ के रिपोर्टर द्वारा लिए गए उपरोक्त साक्षात्कार को व्यापक रूप से प्रसारित किया गया है, जिसमें मेरे मुवक्किल के खिलाफ गलत और मानहानिकारक बयान है। इसे आप एक सार्वजनिक व्यक्ति होने और जनता पर व्यापक प्रभाव रखने के नाते प्रचारित कर रहे थे। आप इस बात से भली-भांति परिचित हैं कि यदि आप कुछ भी कहेंगे या बोलेंगे तो वह निश्चित रूप से व्यापक रूप से फैलेगा और आम लोगों को प्रभावित करेगा। इसके अलावा, आपको स्पष्ट ज्ञान है कि इस प्रकार दिया गया उक्त बयान बिल्कुल गलत है और इस तरह के बयान का कोई आधार नहीं है। आपने साक्षात्कार में यह बयान मेरे मुवक्किल को बदनाम करने के एकमात्र इरादे से दिया गया है।
मेरे मुवक्किल को उक्त साक्षात्कार और आपके द्वारा उसके खिलाफ दिए गए झूठे और अपमानजनक बयान के बारे में 5:39 मिनट की वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से पता चला है, जो साक्षात्कार के प्रसारित होने पर तुरंत उसके मोबाइल पर प्राप्त हुई थी। इस वीडियो क्लिपिंग के कारण मेरे मुवक्किल को व्यक्तिगत भवनात्मक चोट और गंभीर पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ा, क्योंकि उक्त अपमानजनक और झूठे बयान का प्रभाव उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा, वित्त, अवसरों और भावनाओं पर प्रभाव डालता है।
इरफान अंसारी, आपके द्वारा साक्षात्कार में मेरे मुवक्किल के खिलाफ दिया गया मानहानिकारक बयान बड़े पैमाने पर जनता तक पहुंच गया है, जो सभी के लिए सुलभ था और कई लोगों द्वारा साझा किया गया था। इस तरह का बयान देते समय, आपने “हजारीबाग के जो सांसद है” कहकर मेरे मुवक्किल की ओर सटीक और स्पष्ट रूप से संकेत दिया है और आप इरफान अंसारी इस तथ्य से स्पष्ट रूप से अवगत हैं कि आपके इस साक्षत्कार के दौरान मेरा मुवक्किल इस समय हजारीबाग निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य है। इस तरह के झूठे और निंदनीय बयान से मेरे मुवक्किल को जबरदस्त मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ा। इरफान अंसारी, आपके इस तरह के बयान से आम जनता में मेरे मुवक्किल, जो एक सार्वजनिक व्यक्ति भी हैं, की छवि और प्रतिष्ठा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मेरे मुवक्किल की अपने निर्वाचन क्षेत्र और पूरे देश में आम जनता की नजर में विश्वसनीयता है। इरफान अंसारी जी आपको सच्चाई से कोई मतलब नहीं है। आपको स्पष्ट और प्रत्यक्ष ज्ञान होने के बावजूद कि उक्त मानहानिकारक बयान झूठा था, लेकिन आपने अपनी ओर से स्पष्ट दुर्भावना के साथ इसे फैलाया।
मेरे मुवक्किल को आम जनता, अपने प्रियजनों और रोजगार के अवसरों की तलाश कर रहे युवा उम्मीदवारों के बीच अपनी छवि खराब होने का सामना करना पड़ा है। उन्हें गंभीर मानसिक पीड़ा और उनकी पेशेवर और व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ है। उपरोक्त मानहानिकारक बयान स्पष्ट रूप से आपके गुप्त उद्देश्यों और जनता की नजरों में मेरे मुवक्किल की छवि खराब करने और चुनाव अवधि के दौरान उन्हें और उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के गलत इरादे को दर्शाता है।
मेरे मुवक्किल ने एक संसद सदस्य और एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमेशा ईमानदारी और नैतिकता के उच्चतम मानकों के साथ आचरण किया है। आपके निराधार आरोपों से मेरे मुवक्किल की प्रतिष्ठा को व्यक्तिगत और व्यवसायीक रूप से गंभीर और अपूरणीय क्षति हुई है। एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में मेरे मुवक्किल की प्रतिष्ठा सर्वोपरि है और आपके मानहानिकारक बयान के परिणामस्वरूप उपहास और सहकर्मियों के बीच विश्वास की हानि हुई है। झूठे दावों ने मेरे मुवक्किल की संसद सदस्य के रूप में अपने कर्तव्यों को प्रभावी ढंग से निर्वहन करने की क्षमता को भी प्रभावित किया है, जिससे न केवल मेरे मुवक्किल को बल्कि सार्वजनिक हित को भी नुकसान हुआ है।
आप इरफान अंसारी परिणामी मानहानि के विरुद्ध भारी हर्जाना और मुआवजा देने के लिए उत्तरदायी हैं। मेरा मुवक्किल इसके खिलाफ सक्षम अदालत में जाने पर विचार कर रहा है। आप इरफान अंसारी भी इस तरह के प्रसार और मेरे मुवक्किल पर पड़ने वाले बुरे परिणामों के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए इरफान अंसारी आपसे अनुरोध है कि आप इस तरह की फर्जी और निंदनीय खबर को वापस लें और इस नोटिस की प्राप्ति के तीन दिनों के भीतर बिना शर्त लिखित माफी प्रकाशित और प्रसारित करें, ऐसा न करने पर मेरा मुवक्किल आपके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगा।’