रांची : Himanta की दो टूक – मैं तो घुसपैठियों को देखना ही नहीं चाहता। असम के मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने सोशल मीडिया पर बुधवार शाम को जारी अपने बयान में कहा कि – ‘घुसपैठियों को हम देखना ही नहीं चाहते।
मेरी बात तो लोग खुलकर सुन लें कि मैं तो घुसपैठियों को देखना ही नहीं चाहता। असम में हमने एनआरसी बनाया। 17 लाख लोगों को चिन्हित किया कि ये घुसपैठिए हैं। लेकिन मेरा अपना अंदाजा है कि यह संख्या 30 लाख तक जानी चाहिए थी।
हमने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है कि हमें दोबारा सर्वे करने का मौका दिया जाए। हमने जिन घुसपैठियों को चिन्हित किया है, उन्हें बांग्लादेश कभी नहीं लेगा, ये मैं जानता हूं।
लेकिन मैं चाहता हूं कि उनका (घुसपैठियों का) नाम वोटर लिस्ट से तो कम से कम कट जाए। उनको सरकारी सुविधाओं से तो काट सकते हैं’।
‘असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों से चंडीगढ़ से भी ज्यादा भूभाग खाली करवाया गया’
इसी क्रम में मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने एक और महत्वपूर्ण बात कही। मुख्यमंत्री Himanta बोले – ‘एक जो गैर नागरिक का स्टेटस है, जैसा कि अमेरिका समेत कई देशों में है कि आप रह सकते हो लेकिन आप नागरिक नहीं हो।
ये घुसपैठियों की समस्या हमने नहीं बनाई, ये तो कांग्रेस ने बनाई है। घुसपैठियों पर जवाब तो उसी को देना होगा। लेकिन मैंने तो उस समस्या में काफी सुधार किया है।
उन घुसपैठियों से असम में उससे भी ज्यादा जगह खाली कराई है जितना चंडीगढ़ का कुल क्षेत्रफल है।
रोज असम में बांग्लादेश से आए 20-22 या 17 घुसपैठियों को पकड़ता हूं। इस विषय में मेरी प्रतिबद्धता है लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की इस विषय पर कोई प्रतिबद्धता नहीं है, यह बड़ी बात है’।