गिरिडीह : पैसा न लौटाने पर एक कारोबारी ने कर्जदार को दो घंटों तक अपने घर के खंभे से बांध कर रखा. इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई. जब पति को महाजन के चंगुल से छुड़ाने के लिए पत्नी आई तो उसे भी पीटा गया. आरोपी कारोबारी का नाम उमेश नायक और कर्जदार का नाम विनोद नायक है.
पीड़ित का आरोप है कि उमेश नायक, उसके तीन भाईयों और बेटे ने मारपीट के बाद उसकी बाइक भी छीन ली. इस बारे मिली जानकारी के मुताबिक विनोद पूजा कर घर लौट रहा था इसी दौरान आरोपियों ने उसे पकड़ लिया. वहां मौजूद कई लोगों ने घटना का वीडियो बनाया लेकिन विनोद को बचाने के लिए कोई भी आगे नहीं आया.
इसी दौरान उधर से गुजर रहे एक भाजपा नेता की नज़र पड़ी तो उन्होंने पुलिस को इसकी ख़बर दी. घटना की जानकारी मिलते ही धनवार पुलिस वहां पहुंच गई और विनोद को मुक्त करा कर थाना ले गई. साथ ही पुलिस ने आरोपी उमेश नायक को भी पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया.
पुलिस का कहना है कि जांच में आरोप सही पाए जाने पर उमेश नायक के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से सूद पर पैसा देने, जबरन वसूली करने और मारपीट के मामले दर्ज किए जा सकते हैं. आरोपी और पीड़ित दोनों नावागढ़ चट्टी गांव के रहने वाले हैं.
अबतक मिली जानकारी के मुताबिक विनोद ने मकान बनाने के लिए उमेश से 2016 में पचास हज़ार रुपये लिए थे. ये रकम 3 प्रतिशत ब्याज पर एक साल की अवधि के लिए लिया गया था. हालांकि विनोद के मुताबिक उसने 33 हजार रुपये लौटा दिए. लेकिन कुछ समय बाद कारोबारी उमेश ने विनोद से डेढ़ लाख रुपये लौटाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया.
इसी दौरान विनोद से दो ब्लैंक चेक पर साइन भी करा लिया था. बीते 1 सितंबर को आरोपी ने विनोद के पास कोर्ट से एक नोटिस भी भिजवाया. लेकिन इतने से संतोष न हुआ तो खंभे से बांधकर पिटाई शुरू कर दी.
रिपोर्ट : आशुतोष श्रीवास्तव