दुमका. रानीश्वर प्रखंड क्षेत्र स्थित रानीश्वर बीआरसी भवन में आधार केंद्र बनाया गया है। इसमें बीआरसी ऑपरेटर के द्वारा अवैध वसूली जमकर हो रही है। सरकार कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराती है। ताकि आम लोगों को सुविधा मिल सके, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। अभिभावक और स्कूली छात्र भी परेशान हैं। सूत्रों के अनुसार, छोटे बच्चों का नया आधार कार्ड बनाने में 1000 से 1500 रुपये तक वसूली जाती है।
बीआरसी ऑपरेटर की अवैध वसूली
सरकार के द्वारा पीडीएस डीलर में ई-पॉस मशीन में ई-केवाईसी करने का 31 दिसंबर 2024 तक समय दिया गया है। कार्डधारी डीलर के पास जाते हैं और अंगूठा लगाते हैं। अंगूठा नहीं लगने के कारण डीलर बोलते हैं कि आप जाकर आधार अपडेट कर लीजिए। आधार कार्ड अपडेट करने के लिए जाने के बाद पता चलता है कि 250 रुपये से 300 रुपये तक प्रत्येक आधार कार्ड धारी से लिये जा रहे हैं। कई व्यक्तियों ने बताया कि आधार सेंटर जाने के बाद आधार केंद्र बीआरसी ऑपरेटर के द्वारा बताया जाता है कि एक फॉर्म बाहर से ले आओ। किस जगह लेना है, यह भी बता देते हैं और फॉर्म के नाम से 250 से 300 रुपये लिए जा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि बीआरसी ऑपरेटर के द्वारा सेटिंग किया गया है कि हम आपके पास फॉर्म लेने भेजेंगे तो आप 250 से 300 रुपये लेंगे, जिसमें दोनों की हिस्सेदारी होती है। बताते चलें कि पूर्व में भी कंप्यूटर ऑपरेटर के द्वारा अवैध वसूली करने का आरोप लग चुका है। पूर्व में बीआरसी ऑपरेटर पर एक हजार रुपये वसूली का मामला सामने आया था। जिसका लिखित आवेदन पूर्व के प्रखंड विकास पदाधिकारी शिवाजी भगत को देकर अवैध वसूली करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की गई थी। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके कारण अवैध वसूलीदारों का मनोबल बढ़ा हुआ है। जब इससे संबंधित पदाधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे बात नहीं हो पाई। अब देखना है कि खबरें छापने के बाद क्या कार्रवाई आगे होती है।
रानीश्वर से तूफान अंसारी की रिपोर्ट