डिजीटल डेस्क : मौलाना अरशद मदनी का वक्फ संशोधन बिल पर अहम बयान – मुल्क में आग लगाना चाह रहीं फिरकापरस्त ताकतें। संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होने वाले वक्फ संशोधन बिल को माहौल गरमाने लगा है।
पहले सरकार के अहम सहयोगी दल टीडीपी ने सरकार के रुख से खिलाफ बयान दिया और अब जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इसी प्रकरण पर अहम बातें कही हैं। जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि – जो हो रहा है, वो मुल्क को आग लगाने के लिए हो रहा है। फिरकापरस्त ताकतें आग लगाना चाहती हैं।
मौलाना मदनी बोले – आज भाईचारे को आग लगाई जा रही है
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि – ‘…दिल्ली के अंदर हमारी मस्जिदें 400- 500 साल पुरानी है. कौन 500 साल पुराने दस्तावेज पेश करेगा? ये मुसलमानों की जमीन को हड़पना चाहते हैं। …आप मुसलमानों की जमीन को हड़पना चाहते हैं। आप हराम की खाना चाहते हैं। वक्फ अल्लाह की मिल्कियत में दी गई है।
…हम बाहर से नहीं आए हैं। अगर हिंदू गुजर है तो मुसलमान भी गुजर है। अगर हिंदू जाट है तो मुस्लिम भी जाट है। कश्मीर जा के देखो वहां मुस्लिम भी ब्राह्मण है, जिसको जो मजहब पसंद आया उसमें चला गया।
…अब फिरकापरस्त ताकतें आग लगाना चाहती हैं – हिंदू अलग, मुसलमान अलग, सिख अलग लेकिन हम कहते हैं कि हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सब भाई है। …आज भाईचारे को आग लगाई जा रही है’।
मौलाना मदनी ने खुलकर की राहुल गांधी-इंडिया गठबंधन के समर्थन की बात…
मौलाना अरशद मदनी यहीं नहीं रुके। उन्होंने खुलकर देश की सियासत और सियासी दलों की सोच को लेकर भी अपनी बात खुलकर कही। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि- ‘…देश में बुलडोजर से गिरने वाले 95 फीसदी मकान मुसलमानों के हैं। गलती किसी एक आदमी से होती है आप पूरे मकान को गिरा देते हैं तो फिर मां-बाप या बीवी बच्चे कहां जाएंगे।
…हम इसके खिलाफ है। यह मुल्क के संविधान के खिलाफ है। …गठबंधन की पॉलिसी को अच्छा समझता हूं।
…एक तरफ सरकार का किरदार है जो आपके सामने पेश किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन ने जो अपना मेनिफेस्टो जारी किया, उसमें राहुल गांधी ने कहा है कि हमारी हुकूमत बनेगी तो हम हर धर्म को उनके मजहब के मुताबिक चलने की आजादी देंगे।
…मैंने उनकी बात की कद्र करता हूं इसलिए मैंने उस गठबंधन को वोट देने की अपील की, जिसमें मुसलमान को अपना मजहब फॉलो करने की छूट हो। …मुझे खुशी है कि गठबंधन आगे निकला और भाजपा हार गई।… जम्मू कश्मीर में आपने सेक्युलरिज्म को आग लगानी चाही। इसका नतीजा हुआ कि भाजपा हार गई।
…अगर चंद्रबाबू नायडू और नीतीश की बैसाखी न होती तो देश में भाजपा की सरकार नहीं बनती। मुल्क की पॉलिसी भाई भाई होगी तो मुल्क जिंदा रहेगा। अगर भाइयों के बीच नफरत रहेगी तो घर बर्बाद हो जाएगा। फिरकापरस्ती हमेशा थी लेकिन आज जितनी है उतनी पहले कभी नहीं थी’।
बोले मौलाना मदनी – …इस्लाम का चिराग हिंदुस्तान में जलता रहा था और आगे भी जलता रहेगा
मौलाना अरशद मदनी ने अपनी बात आगे भी जारी रखी और बोले – ‘इस्लाम, अल्लाह का चिराग है और अल्लाह का चिराग कभी नहीं बुझेगा बल्कि इसे बुझाने वाले खुद बुझ गए। …इस्लाम इसी मुल्क के अंदर जिंदा रहेगा…इस्लाम का चिराग हिंदुस्तान में जलता रहा था और आगे भी जलता रहेगा।
…जो मोहम्मद की शान में गुस्ताखी करते हैं उनको तो नजर बंद कर दिया जाता है लेकिन जो उसके खिलाफ आवाज उठाते हैं उनको जेल में बंद कर दिया जाता है।
…जिस दिन पहला हमला फिलिस्तीन ने किया, उस दिन भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दहशतगर्द है। …मुझे यह सुनकर अफसोस हुआ। मैं उस वक्त कहा कि जो यह कहते हैं कि यह दहशतगर्द है तो फिर गांधी और नेहरू विद्यासागर थे, जिन्होंने गुलामी की जंजीरों को तोड़ा।
…मैं जब अरब गया तो मैंने सुना कि हिंदुस्तान का बारूद फिलिस्तीनियों को खत्म करने में इस्तेमाल हो रहा है। यहां तक मुझसे कहा गया कि हिंदुस्तान के फौजी भी फिलिस्तीनियों को मारने में लगाए गए।
…मैं इस बात का दावा तो नहीं करता हूं लेकिन पीएम को अपना दामन साफ करना चाहिए। अगर फिरकापरस्त लोगों की पॉलिसी को अपनाएंगे तो फिर मुल्क तबाह हो जाएगा, बर्बाद हो जाएगा’।