धनबाद में शराब की ओवर रेटिंग पर नहीं लग पा रही लगाम, सरकारी दुकानों पर आए दिन हो रहे हंगामे

ओवर रेटिंग

धनबाद. उत्पाद विभाग ने धनबाद जिले के सभी सरकारी/लाइसेंसी शराब दुकानों में ओवर रेटिंग पर रोक लगा दी है। शराब दुकानों में कार्यरत सभी सेल्समैन सुपरवाइजर एवं मैनेजर को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह किसी भी स्थिति में एमआरपी से अधिक रुपये ग्राहकों से न वसूलें। इसके बावजूद जिले के लगभग सभी दुकानों में ओवर रेटिंग बेरोकटोक जारी है। इस वजह से राज्य सरकार को राजस्व की भी हानि हो रही है।

धनबाद में शराब पर ओवर रेटिंग

वहीं जिले के सहायक उत्पाद आयुक्त संजय मेहता ने मनमानी और ओवर रेटिंग पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई भी की है। साथ ही तमाम दुकानों में मूल्य तालिका से संबंधित बोर्ड भी लगवा दिया है। कुछ दुकानों में यह प्रक्रिया प्रगति पर है। बावजूद उपभोक्ता सेल्समेन सुपरवाइजर एवं मैनेजर की तिकड़ी की मनमानी से परेशान हैं। कई दुकानों पर हंगामा और मारपीट की नौबत आ जा रही है।

वहीं अगर दूसरे पक्ष की ओर ध्यान दे तो मैनपावर देने वाली A 2 Z चार माह का वेतन कर्मियों का लेकर फरार हो चुकी है। वर्तमान में मैनपावर देने वाली मार्शल ने पिछले कई माह से अपने कर्मियों को मानदेय का भुगतान नहीं किया है। इसकी वजह से उनके सामने सरकारी आदेश को ताक पर रखकर मनमाने रेट ग्राहकों से वसूलने को विवश होना पड़ रहा है।

हालांकि पिछले कुछ दिनों में ओवररेटिंग की शिकायत मिलने पर कई सेल्समेन को शोकॉज करते हुए उसे कार्यमुक्त भी कर दिया गया है। बावजूद ओवरराइटिंग चरम पर है। पूरे मामले में उत्पाद विभाग के अधिकारियों को और अधिक संजीदा होकर कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि ग्राहक सेल्समैन की मनमानी से राहत पा सके और उन्हें एमआरपी पर सरकारी दुकानों से शराब उपलब्ध हो सके।

राजकुमार जायसवाल की रिपोर्ट

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