एसटीपीआई ने भागलपुर में नये केंद्र का उद्घाटन किया।
भागलपुर: इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त सोसाइटी सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) ने भागलपुर में एक नए एसटीपीआई केंद्र की स्थापना की है जिसका उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजानिक वितरण पर्यावरण वन एवं जलवायु मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बुधवार को किया। इस अवसर पर बिहार सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री संतोष कुमार सुमन, भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल, एसटीपीआई के वरिष्ठ निदेशक देवेश त्यागी और अन्य विशिष्ट गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
एसटीपीआई- भागलपुर की स्थापना आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम उद्योग की जरूरतों को पूरा करने और बिहार राज्य से नवाचार आधारित उद्यमिता और आईटी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए किया गया। भागलपुर में एसटीपीआई केंद्र राज्य के गतिशील उद्यमियों को उनके विकास के लिए सुविधा और समर्थन देने के लिए भारत सरकार द्वारा एक और कदम है। बिहार सरकार ने एसटीपीआई, भागलपुर की स्थापना के लिए सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के निकट 2 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि “एसटीपीआई अपने 65 केन्द्रो के द्वारा देश में नए उद्यमियों को अनेक सुविधाएँ प्रदान कर रहा है। इस भागलपुर केंद्र से आईटी में हमारे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। एसटीपीआई सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट के जगत में क्रांति ला रहा है। वर्ष 2022-2023 में एसटीपीआई इकाइयों ने ₹ 8 लाख करोड़ से ज्यादा का सॉफ्टवेयर निर्यात किया है, जो राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर निर्यात का काफी प्रमुख हिस्सा है। आज भारत एक सॉफ्टवेयर निर्यातक के रूप में जाना जा रहा है और भारत इस क्षेत्र में अव्वल करेगा इसमें कोई संदेह नहीं है।
महानिदेशक एसटीपीआई अरविन्द कुमार ने कहा, “डिजिटल इंडिया की परिकल्पना को आत्मसात करते हुए, सॉफ्टवेयर टेकनोलोजी पार्क्स ऑफ इण्डिया ने भारत को वैश्विक आई टी पटल पर अग्रणी बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। भागलपुर केंद्र बिहार में आईटी/आईटीईएस उद्योग, उद्यमिता और सामाजिक-आर्थिक विकास को और बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस केंद्र के माध्यम से देश एवं प्रदेश के युवाओं में स्थानीय रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नयी क्षमताओं का विकास होगा। साथ मिलकर, हम एक उज्जवल डिजिटल भविष्य के लिए बिहार के प्रतिभाशाली कार्यबल की क्षमता का उपयोग करते हुए नवाचार को बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
एसटीपीआई-भागलपुर को 11 करोड़ रुपये (लगभग) की परियोजना लागत पर भूतल एवं प्रथम मंजिल में लगभग 10,016.48 वर्ग फुट के अत्याधुनिक आईटी ग्रेड इनक्यूबेशन बुनियादी ढाँचे के साथ विकसित किया गया है। भूतल में कुल 110 प्लग-एन-प्ले सीटों वाले इनक्यूबेशन मॉड्यूल हैं। इनक्यूबेशन स्थान के अलावा, नेटवर्क प्रचालन केन्द्र (एनओसी), सम्मेलन कक्ष, चर्चा क्षेत्र, प्रतीक्षा-लॉबी आदि जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। एसटीपीआई के भागलपुर केंद्र के उद्घाटन के साथ, यह भारत में एसटीपीआई का 65वाँ केंद्र और बिहार प्रान्त में पटना के बाद एसटीपीआई का दूसरा प्रचालित केंद्र होगा।