नीतीश : ‘मर जाना कबूल है बीजेपी के साथ जाना कबूल नहीं है’


बीजेपी नेतओं के जुबानी हमलों से तिलमिलाए नीतीश का पलटवार

PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे लाव-लश्कर के साथ गांधी घाट पहुंचे तो थे पुण्यतिथि पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने. लेकिन मौका ताड़ बीजेपी को भी निशाने पर ले लिया. गांधीजी की हत्या का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने हत्यारे की विचारधारा तक पहुंचे और इशारों-इशारों में बीजेपी की विचारधारा से इसे जोड़ने की कोशिश की. नीतीश कुमार ने कहा – ‘मर जाना कबूल है उनके साथ जाना हमको कभी कबूल नहीं है’.

नीतीश: तेजस्वी की ओर इशारा कर बोले, इनके पिताजी को फंसा दिया

नीतीश कुमार ने बीजेपी पर लालू यादव को मुकदमों में फंसाने का भी आरोप लगाया. पास में खड़े तेजस्वी यादव की इशारा करते हुए उन्होने कहा कि इनके पिताजी को कई मामलों में फंसा दिया. आपको बता दें कि इन दिनों बीजेपी नेताओं की ओर से लगातार बयान आ रहे हैं. इनमें कहा जा रही है कि अब नीतीश के लिए बीजेपी का दरवाजा बंद हो चुका है. नीतीश कुमार इन्ही बयानों के परिप्रेक्ष्य में जवाब दे रहे थे.

‘बीजेपी अलग हुई है तो चुनाव में हैसियत का पता चलेगा’


उन्होंने कहा कि इन दिनों बीजेपी चुनाव को लेकर काफी चिंतित है. चेताते हुए उन्होने कहा कि अब अलग हो गए हैं तो चुनाव में उन्हे अपनी हैसियत पता चलेगी. इस मौके पर उन्होने अटल-आडवाणी के दिनों को भी याद किया. साथ ही 2005 से लेकर आजतक अपने किए कामों की भी याद दिलाई.

कहा कि उन्होने हर वर्ग के लिए काम किया है.

डेढ़ दशक से ज्यादा समय से मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहने वाले

नीतीश कुमार साथ में ये कहना भी नहीं भूले कि उन्हे कुछ नहीं चाहिए.

जाते-जाते नीतीश कुमार ये भी याद दिला गए कि मुस्लिमों ने उन्हे वोट दिया.

मुख्यमंत्री ने आजादी में बीजेपी के योगदान पर भी सवाल उठाया.

उन्होने कहा कि आज बीजेपी में नए लोग आ गए हैं.

ये लोग देश के एक एक चीज को बदल रहे हैं, यहां तक कि नामों को भी.

रिपोर्ट: प्रणव

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