Jharkhand Politics : इसी गुरूर का जवाब झारखंड ने दिया है, बीजेपी के आरोप पर जेएमएम का पलटवार

Jharkhand Politics : इसी गुरूर का जवाब झारखंड ने दिया है, बीजेपी के आरोप पर जेएमएम का पलटवार

Jharkhand Politics

Ranchi : बीजेपी के आरोपो पर जेएमएम प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 1950 को संविधान का वाक्य हमारे देश के लोकतंत्र का मूल धर्म है। इसका स्वरुप है उसे अंगीकार करते हुए संघीय व्यवस्था में विश्वास रखते हैं। इसमें राज्यों के अपनी पहचान और अधिकार हैं, केंद्र के अपने अधिकार हैं और एक तीसरा अधिकार जो दोनों को अधिकृत करता है।

इस स्वरुप में कई संस्थाओं को काम करने का दिशा निर्देश है। भारतीय सांसद प्रधान व्यवस्था है, न्यायपालिका की व्यवस्था, निर्वाचन आयोग, महालेखाकार सहित बहुत सारी समस्याएं हैं जिनका गठन संविधान के तहत किया गया है।

Jharkhand Politics : हमारा संविधान घमंड को स्थान नहीं देता

राज्य अलग होने पर पांचवीं अनुसूची के राज्य के तौर पर अनुसूचित हुए थे। आज जिस प्रकार इन संवैधानिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं। कल जब संसद शुरु हुआ तो पक्ष-विपक्ष दोनों के अधिकार और दिशा-निर्देश के तहत केंद्र सरकार को चुभने वाली बातें शुरु हुई तो केंद्र सरकार ने अपने संख्या बल पर रोक लगा दिया। वो सवाल पीएम के मित्र के अनैतिक काम के कारण जिक्र हो रहा था।

पीएम ने कहा जनता के द्वारा नकारे हुए, लेकिन आप बहुमत में नहीं हैं। आपके खिलाफ जो लोग हैं वो भी स्वीकारे हुए लोग हैं। मतदाता के द्वारा स्वीकारे हुए जनप्रतिनिधि हैं। हमारा संविधान घमंड को स्थान नहीं देता। हम 75 वर्ष के संविधान को लेकर खड़े हैं। समय के साथ कई संशोधन हुए, कई कानून परिभाषित हुए, पारित किए गए नए कानून में भी संसद ने संशोधन किया।

28 नवम्बर को जब झारखंड में शपथग्रहण होगा, नकारे हुए लोगों का शपथग्रहण होगा या स्वीकारे गए लोगों का शपथ ग्रहण होगा। वहां विपक्ष में कौन लोग हैं जो नकारे हुए हैं, इसी गुरूर का जवाब झारखंड ने दिया है। सबक लेना चाहिए था। पीएम संसद में कौन सी भाषा बोलते हैं। किसानों की शहादत पर सवाल उठाते हैं, फिर पुलवामा के शहीदों को क्यों चुनावी हथियार बनाया गया था।

यहां मनु संहिता लागू करने की तैयारी है

यहां जिस तरह की भाषा बोली गई ईसीआई संस्था क्यों चुप रही। यहां मनु संहिता लागू करने की तैयारी है और उसके खिलाफ भारत के संविधान को बचाए रखना हम सब की जिम्मेवारी है। संविधान से छेड़छाड़ की किसी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हर नापाक इरादे को को जवाब देंगे। हम अपने काम के प्रति प्रतिबद्ध हैं। शपथ के बाद पहली कैबिनेट के बाद सरकार क्रियाशील होगी।

अपने कार्यकाल की समाप्ति तक जनता के प्रति प्रतिबद्ध रहेगी। बीजेपी के आरोप पर जेएमएम का पलटवार। आगे उन्होंने कहा कि हिंसा के बारे में मालूम हैं। बीजेपी के वोट को मैनेज करने के लिए जिन मठाधीश को दिया गया था वो नहीं मिला। वो उनकी अपनी लड़ाई है। वो आरोप नहीं लगाएंगे तो क्या करेगें।

रांची से सौरव सिंह की रिपोर्ट—

Share with family and friends: