रांची. दो सूत्री मांगों को लेकर झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ, रांची के द्वारा आज एक दिवसीय राज्यव्यापी प्रखंड स्तरीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सचिवों ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित तमाम विकास योजनाओं को धरातल में उतारने का दायित्व पंचायत सचिवों के कंधों पर हैं।
राज्य पंचायत सचिव संघ का प्रदर्शन
उनका कहना है कि दुर्गम से दुर्गम स्थान से निकलकर जिला तक पहुंचाना, 24 घंटे दावित्वों के बोझ से समर्पित होकर काम करना जीवन शैली बन गया है। इसके बावजूद संघ की वर्षों से लंबित जायज मांग पर विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस और सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है। इसके कारण विवश होकर हमलोगों को आंदोलन करना पड़ रहा है।
राज्य पंचायत सचिव संघ की दो मांग
- मूल ग्रेड पे स्केल 2000 से बढ़ाकर ग्रेड पे स्केल 2400 किया जाए।
- प्रखंड पंचायती राज पाधिकारी के पद पर 25 प्रतिशत में शेष प्रोन्नति वरीयता के आधार पर दिया जाए। आरक्षित 25 प्रतिशत पद पर सीमित प्रतियोगिता परीक्षा तीन बार अवसर देते हुए रिक्त स्थान भरे जाए।
इन दो मुख्य मांगों को लेकर के राज्य के 24 जिलों के 264 प्रखंडों में पंचायत सचिवों के द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया, जिसमें पटमदा प्रखंड पूर्वी सिंहभूम के सभी सचिवों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अनुरोध किया कि संघ की मांगों पर विचार करें।