डिजीटल डेस्क : कोलकाता निर्भया कांड से ममता सरकार में खटपट, ढुलमुल रवैए पर नाराज हैं भतीजे सांसद अभिषेक, चाह रहे संगठन और सरकार में व्यापक रद्दोबदल। बीते 8 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में मेडिकल छात्रा के साथ रेप और मर्डर की घटना के बाद से राज्य सरकार और तृणमूल कांग्रेस की ओर से एक के एक हुई भूल या चूक को लेकर सत्तारूढ़ दल में अंदरखाने जबरदस्त खटप़ट वाले हालात हैं।
घटना को लेकर एक बड़े तबके में गुस्सा है जबकि दूसरा तबका मामले को जैसे-तैसे सियासी तौर पर मैनेज करने की जुगत में है। इसी पर तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी खासे नाराज हैं।
उनका मानना है कि पूरे हालात और घटनाक्रम से निपटने में सरकार और संगठन की ओर लगातार चूक हुई है और यह सीधे तौर पर सियासी और प्रशासनिक असफलता है। इससे उबरने और मौजूदा चुनौतियों से पार पाने को जरूरी है कि संगठन और प्रशासन में आमूलचूल बदलाव किया जाए।
सही फैसले न लिए जाने से नाराज अभिषेक ने घटनाक्रम से बनाई दूरी
आरजी कर अस्पताल के मामले में जिस तरह आम युवा और महिलाएं उद्वेलित हैं, उस पर तत्काल समुचित कड़ी कार्रवाई न होने के बाद से अभिषेक बनर्जी ने खुद को पूरे मामले से अलग-थलग कर लिया और चुप्पी साध ली।
घटना के एक हफ्ता बीत जाने के बाद घटना का निराकरण न होने को लेकर तृणमूल कांग्रेस के भीतर सभी की निगाहें अभिषेक बनर्जी पर टिकी है लेकिन वह खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे।
अपने करीबियों से अभिषेक ने कहा भी है कि आरजी कर अस्पताल में हुई घटना के बाद असल मामले पर फोकस करने के बजाय स्वास्थ्य विभाग वाले अपनी अंदरूनी राजनीति को साधने में जुटे और उसी क्रम में उन लोगों का पुलिस-प्रशासन से सही तालमेल या समन्वय न होने के चलते ही पूरे मामले में लगातार सरकारी तौर पर एक के बाद एक गलतियां हुईं और उससे लोगों में फूटा गुस्सा तेजी से फैला।
उसके अलावे बीते बुधवार की रात घटना के विरोध में सड़कों पर उतरीं महिलाओं की आड़ लेकर उत्पातियों के तांडव में पुलिस की विफलता पर सांसद अभिषेक बनर्जी खासे नाराज हैं। अस्पताल में मचे तांडव को लेकर अपनी विफलता स्वीकार कर चुकी पुलिस के लोगों के पक्ष में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ढाल बनकर खड़े होने को भी अभिषेक सही नहीं मानते।
घटना को लेकर आमलोगों में फैलती सरकार के खिलाफ नाराजगी को भी लेकर अभिषेक गंभीर है और इसके लिए भी वह सीधे तौर पर सरकार के स्तर पर लगातार की जा रही गलतियों को जिम्मेदार मान रहे हैं।
तृणमूल में खटपट मेयर फिरहाद हाकिम ने बताया गलत, बोले – ममता ही हमारी नेता
बताया जा रहा है कि पूरे मामले पर राष्ट्रीय महासचिव के इन विचारों से वरिष्ठ नेता सुब्रत बख्शी, कुणाल घोष आदि ने भी सहमति जताई है लेकिन ममता के विश्वस्त के तौर पर हमेशा मीडिया के सामने संगठन और सरकार का पक्ष रखने वाले कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने इस बाबत कहा कि हमारे राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी काफी सक्रिय रहते हैं।
उनकी आंख में बीते कुछ समय से दिक्कत है। गत 21 जुलाई को अभिषेक को आंख में गंभीर समस्या के चलते ही आराम करने की चिकित्सकीय सलाह दी गई है। मेयर हाकिम ने दृढ़ता से कहा कि तृणमूल में कहीं कोई मतभेद या मनमुटाव नहीं है और संगठन व सरकार में हम सबकी एक ही नेता हैं ममता बनर्जी, बात वहीं खत्म।
बता दें कि इ बीच गत 8 अगस्त को हुई घटना के विरोध में आरजी कर अस्पताल में मेडिकल छात्रों यानी जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। उस विरोध प्रदर्शन को लगातार आम लोगों का व्यापक समर्थन मिल रहा है। र
विवार शाम को टॉलीवुड के सिने जगत के लोग भी बड़ी संख्या में मौके पर समर्थन देने को पहुंचने वाले हैं। इस बीच इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए रविवार को होने वाले डूरंड कप टूर्नामेंट के अति महत्वपूर्ण मुकाबले को रद्द कर दिया गया है। यह मुकाबला मोहन बगान और ईस्ट बंगाल के बीच होना निर्धारित था।
टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर राय भी ममता सरकार पर हमलावर
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के ही राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर राय ने ममता सरकार पर कई सवाल दागे हैं। उन्होंने दो दिन पहले भी आरजी कर अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष को हटाने में देरी पर सवाल उठाए थे। अब उन्होंने पुलिस कमिश्नर और पूर्व प्रिंसिपल को आड़े हाथ लिया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सवाल उठाते हुए सुखेंदु ने कहा कि सीबीआई को कोलकाता हत्याकांड में निष्पक्षता से जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर और मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल को पहले को हिरासत में लेना चाहिए और फिर पूछताछ होनी चाहिए कि आखिर सुसाइड की कहानी किसने और क्यों रची।
सांसद सुखेंदु लगातार ममता सरकार पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। उन्होंने बीते 14 अगस्त को डॉक्टरों के प्रदर्शन का भी समर्थन किया था और कहा था कि बंगाल के लाखों परिवारों की तरह मेरी भी बेटी है और मैं इनका साथ देने वाला हूं। उन्होंने ये भी कहा था कि घटना ने इस बात को भी गलत ठहरा दिया है कि कोलकाता महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित है।