रविशंकर प्रसाद कितने बड़े विशेषज्ञ हैं हम जानते हैं, आरक्षण को समाप्त करना बीजेपी का मकसद- ललन सिंह
पटना : नगर निकाय चुनाव में पिछड़ा और अति पिछड़ा आरक्षण को लेकर पटना हाईकोर्ट की
रोक के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है. राज्य में पक्ष-विपक्ष एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं.
इसी क्रम में बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद के बयान पर ललन सिंह ने तंज कसा है.
उन्होंने कहा कि वो कितने बड़े विशेषज्ञ हैं हम जानते हैं.
कुछ दिन पहले अमित शाह को डिफेंड कर रहे थे.
आज उनकी क्या हालत है सब देख रहे हैं. होमवर्क ठीक से नहीं करते हैं,
इसलिए आज बीजेपी ने उन्हें साइडलाइन कर दिया है.
ये बातें जदयू कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कही.
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी मौजूद रहे.
नगर निकाय चुनाव – नीतीश कुमार ने की थी आरक्षण देनी की व्यवस्था
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि पटना हाई कोर्ट के आदेश के बाद
निकाय चुनाव प्रभावित हुआ है, लेकिन कुछ लोग इसे भ्रामक बना रहे हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2006 में कानून बना कर आरक्षण देनी की व्यवस्था की थी.
जिसे सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट ने सही बताया था और उसी एक्ट के जरिए चुनाव हो रहा था.
नगर निकाय चुनाव: आरक्षण को समाप्त करना बीजेपी का मकसद
बीजेपी को आरक्षण विरोधी बताते हुए रविशंकर प्रसाद पर ललन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि बुद्धि बाजार में नहीं मिलता ताकि उनको दे दिया जाए. उनको ज्ञान की कमी है. आरक्षण को समाप्त करना बीजेपी का मकसद है. सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के लिए जो बात की थी उसे बिहार से जोड़ा गया. रविशंकर प्रसाद आयोग गठन की बात कहकर आरक्षण विरोधी बू नजर आती है. बिहार में आयोग गठन की जरूरत नहीं है.
पिछड़ा और अति पिछड़ा आरक्षण – नीतीश सरकार अपने दम पर बिहार में करा रही जातीय जनगणना
हम शुरू से मांग कर रहे कि देश में जातीय जनगणना हो, लेकिन केंद्र सरकार ने उसे अस्वीकार कर दिया. नीतीश सरकार अपने दम पर बिहार में जातीय जनगणना करा रही है. आरक्षण के मामले पर नीतीश कुमार का स्टैंड साफ है. अति पिछड़ा वर्ग के लिए हमलोग लड़ेंगे. बिहार की जनता भी इस बात से आश्वस्त है. नीतीश कुमार के रहते उनके हक को कोई नहीं छीन सकता है. हर जिला मुख्यालय में बीजेपी के खिलाफ जदयू मोर्चा खोलेगी. आरक्षण विरोधी पोल खोल कार्यक्रम एक हफ्ते में किया जाएगा.
नगर निकाय चुनाव: अति पिछड़ों के आरक्षण के बिना नहीं होगा बिहार में चुनाव- उपेंद्र कुशवाहा
वहीं जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में अति पिछड़ों के आरक्षण के बिना चुनाव नहीं होगा. बीजेपी जनता को उलझाने की कोशिश कर रही है. उनका मुख्य मकसद केंद्र से आरक्षण खत्म कराना है. ओबीसी का 27 प्रतिशत आरक्षण भी समाप्त करना चाहते हैं. जब तक आरक्षण नहीं होगा तब तक चुनाव नहीं होगा. जो स्थिति बिहार में अभी बनी है उसके लिए बीजेपी जिम्मेदार है.
रिपोर्ट: प्रणव राज