मंगेर : अपनी लम्बी बीमारी और जेल यात्रा के बाद बिहार लौटते ही लालू यादव ने करीबन छह वर्षों के बाद किसी चुनावी सभा को सम्बोधित किया.
लालू यादव ने जगदानन्द सिंह और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के साथ तारापुर उपचुनाव में राजद उम्मीदवार के पक्ष में समा बांध कर अरुण कुमार साह को विजय श्री का माला पहनाया.
मौके पर लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केन्द्र पर भी जोरदार हमला बोला. नीतीश कुमार को अपने शब्दों के तीर से बेधते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहता था कि मर जाऊंगा पर भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा, लेकिन यह पलटीबाज पलटी मार गया.
बिहार के विशेष राज्य के मुद्दे पर भी लालू यादव ने नीतीश कुमार का घेरते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहता था कि जो भी विशेष राज्य का दर्जा देगा उसी के साथ जाऊंगा,लेकिन विशेष राज्य का दर्जा तो मिला नहीं पर पाला बदल चला गया. अब कहां गया विशेष राज्य के दर्जे की मांग.
लालू यादव ने एक बार फिर से जातीय जनगणना के सवाल को उठाते हुए कहा कि जब बकरी-पठरु की गिनती हो सकती है तब आदमी की गिनती में दिक्कत क्या है, सवाल तो नियत का है. जब तक पिछड़े, दलित,आदिवासियों की गिनती नहीं हो जाती तब तक उन तक विकास की योजनाएं नहीं बनाई जा सकती. लालू यादव ने कहा कि अब हम जातीय जनगणना की लड़ाई लड़ेंगे.