मांडर (रांची) : रांची जिले के मांडर प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2022 में झारखंड के सभी जिलों एवं प्रखंडों से ज्यादा कुआं का आवंटन मांडर ब्लॉक में इस बार किया गया है. 800 से ज्यादा कूप निर्माण की स्वीकृति इस...
मांडर (रांची) : रांची जिले के मांडर प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2022 में झारखंड के सभी जिलों एवं प्रखंडों से ज्यादा कुआं का आवंटन मांडर ब्लॉक में इस बार किया गया है. 800 से ज्यादा कूप निर्माण की स्वीकृति इस प्रखंड को दी गई है, जो कि अपने आप में किसी कृतिमान से कम नहीं है. यही कारण है कि विधायक के निर्देश पर राज्य में पहली बार मनरेगा में इतनी बड़ी संख्या में कूप निर्माण कराया जा रहा है. जब तक इसे पूरा नहीं करा लिया जाता तब तक यह योजना किसी चुनौती से कम नहीं है.
आज कार्यक्रम में लाभुकों को बुलाकर स्वीकृति पत्र के साथ-साथ उन्हें कार्य का प्रशिक्षण भी दिया गया. इस कार्य को समय पूर्व निर्धारित करने की बात भी कही गई. कार्यक्रम आयोजन कर प्रखंड विकास पदाधिकारी सुलेमान मुंडारी के नेतृत्व में विधायक के हाथों सभी को स्वीकृति पत्र दिया गया.
विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि पलायन को रोकने में यह योजना संजीवनी का कार्य करेगी. बड़ी संख्या में लोग इस क्षेत्र से पलायन करते हैं, इसी को ध्यान में रखकर योजना को धरातल में लाया गया है. बांकी पलायन करने वाले मजदूरों को उनके स्थानीय जगह पर ही रोजगार दिया जा सके. इससे किसान के साथ-साथ मजदूरों को भी बड़ी संख्या में लाभ मिलेगी तथा भ्रष्टाचार को रोकने में भी सहयोग मिलेगा.
इस दौरान पशुधन योजना के तहत टाना भगत परिवारों को चार गाय सौंपकर विधायक ने उन्हें भी प्रमाण पत्र सौंपा. कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी सुलेमान मुंडारी, अंचल अधिकारी विजय हेमराज, खलखो विधायक प्रतिनिधि जमील मलिक के साथ सैकड़ों की संख्या में किसान और ग्रामीण उपस्थित थे.
रिपोर्ट : अल्ताफ अंसारी
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