Ranchi : चिली के एनर्जी के क्षेत्र में दो विश्वख्यातिप्राप्त प्रोफेसर – प्रो. रोड्रिगो पल्मा बेहंके (फाउंडर डायरेक्टर, एसईआरसी (SERC), यूनिवर्सिदाद दे चिली, सैंटियागो) और प्रो. अतुल ए. सगड़े (डायरेक्टर, एसईआरएल (SERL), यूनिवर्सिदाद दे तारापाका) पांच दिवसीय कार्यक्रम के लिए झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (CUJ) पहुँचे। उनकी उपस्थिति में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय और चिली के विश्वविद्यालयों के बीच समझौता ज्ञापन (MOU) पर विचार किया जाएगा।
कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास ने चिली यूनिवर्सिटी के दोनो प्रोफेसर से शिष्टाचार मुलाकात की और उनके दौरे पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह यात्रा, ऊर्जा अनुसंधान, अक्षय ऊर्जा और तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करेगी तथा भविष्य में तीनों विश्वविद्यालयों के बीच संयुक्त शोध परियोजनाओं और छात्र-विनिमय कार्यक्रमों को गति देगी।
कुलपति के साथ एमओयू पर वार्ता, पाँच दिवसीय यात्रा में संवाद और संगोष्ठी का कार्यक्रम
दोनों प्रोफेसरों ने विश्वविद्यालय द्वारा ग्रीन कैंपस परियोजना के तहत विकसित किया गया 500 किलोवॉट का सोलर पावर प्लांट का भी विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ भ्रमण किया और इसकी सराहना की। कार्यक्रम के अनुसार वे विश्वविद्यालय के अधिकारियों, छात्रों और प्राध्यापकों से संवाद तथा JREDA निदेशक से मुलाकात करेंगे।
ऊर्जा अभियंत्रण विभाग में विद्यार्थियों से बातचीत और NIFFT राँची का भ्रमण। विश्वविद्यालय में “Policy Innovation on Renewable Energy Resources, Conversions, Storage” विषय पर संगोष्ठी एवं पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी। इसके पश्चात् अतिथि विकास भारती, नेतरहाट का भ्रमण करेंगे। उनके आगमन पर ऊर्जा अभियंत्रण विभागाध्यक्ष, प्रो. संजय कुमार समदर्शी, डीन अकादमिक, प्रो. मनोज कुमार, प्रो, डी बी लाटा, डॉ. सचिन कुमार, डॉ बासुदेव प्रधान, डॉ. संदीप गुप्ता और डॉ पार्थसारथी पंजा, डॉ बिष्णु मोहन झा सहित प्राध्यापक एवं छात्रों ने भव्य स्वागत किया।