डिजीटल डेस्क : झारखंड की राजधानी रांची में इंडी गठबंधन की उलगुलान रैली में जहां सभी घटक दलों नेता मंच पर एकसाथ जुटे वहीं पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने खुलेआम सियासी हमला बोला। इस दौरान उनके साथ वाममोर्चा के वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस भी मौजूद रहे।
अपने चिरपरिचित आक्रामक तेवर में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता हर चुनावी सभा में भाजपा के साथ कांग्रेस और वाममोर्चा को एक ही तराजू में तौल हुए दोषारोपण करने में जुटी हैं जबकि जनता के बीच उन्हें अपनी ही कारगुजारियों के चलते निशाने पर होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि ममता ने कांग्रेस-वाममोर्चा को भाजपा का दलाल भी कहकर संबोधित कर चुकी हैं जबकि जमीनी स्तर पर देखें तो तस्वीर कुछ दूसरी ही है। इसके बाद उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता का भाजपा से अंदरखाने सांठगांठ है।
सांठगांठ से बचे हुए हैं ममता के लाडले, उनके खिलाफ भाजपा ने कमजोर प्रत्याशी उतारा – अधीर
अधीर ने कहा कि ईडी के मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री जेल में डाले गए और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाज जेल में हैं लेकिन बंगाल की सीएम ममता के लाडले भतीजे पर ईडी की वैसी कार्रवाई नहीं हुई है तो क्यों । यह सवाल होना लाजिमी है। वजह साफ है कि ममता का भाजपा से अंदरखाने सांठगांठ है। इसी सांठगाठ का नतीजा है कि ईडी मामले में घिरे ममता के उसी लाडले के खिलाफ डायमंड हार्बर लोकसभा सीट पर भाजपा ने लुंजपुंज और कमजोर प्रत्याशी उतारा है। ये बातें क्या लोगों को समझ में नहीं आती, इस पर अब कितनी और कैसी परदेदारी की जा रही है।
अधीर बोले – बहरामपुर से हारा तो राजनीति छोड़ दूंगा, चैलेंज है
पश्चिम बंगाल के बहरामपुर लोकसभा सीट से पांच बार के कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लगातार अपने खिलाफ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के हमले का करारा काउंटर किया। बोले कि ममता बनर्जी से मेरे अनबन और विरोध को सभी जानते हैं। उन्होंने घोषणा की कि लोग तमाम हथकंडे अपना रहे हैं लेकिन मेरा चैलेंज है कि बहरामपुर में मैं हार गया तो राजनीति छोड़ दूंगा.. राजनीति से छुट्टी ले लूंगा। क्या ममता बनर्जी ऐसा कोई चैलेंज स्वीकार सकती हैं कि बहरामपुर में तृणमूल की जीत उनकी जीत या हार उनकी हार मान ली जानी चाहिए।
अधीर ने ममता को बताया ‘पल्टू कुमारी’
कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पल्टू कुमारी तक कह दिया। उन्होंने कहा कि जिस इंडी गठबंधन को बनाने में बिहार के सीएम नीतीश कुमार आगे बढ़े थे, वही अचानक सत्ता के लोभ में पल्टी मार कर विरोधी एनडीए के साथ चले गए और सियासी जगत पल्टूकुमार कहे जाने लगे। उसी तर्ज पर ममता भी पल्टू कुमारी बन गई हैं।
वह भी इंडी गठबंधन से पलायन कर गईं और बंगाल में तमाम प्रयासों के बाद भी सभी सीटों पर अकेले के बूते लोकसभा चुनाव लड़ने और गठबंधन के दलों से कोई मेलजोल न करने पर अड़ गईं। अधीर रंजन ने आगे कहा कि तृणमूल सुप्रीमो के भाजपा और आरएसएस वालों के प्रति नरम रुख और लचर रवैए के चलते रही बंगाल में तेजी से आरएसएस की शाखाएं फैली हैं।
बहरामपुर में जनता के बीच रॉबिनहुड के नाम से परिचित सांसद अधीर रंजन ने कहा कि कोई कितना हूं नाटक कर ले, स्वांग रचे लेकिन मुर्शिदाबाद में मैं किसी भी आम मतदाता का वोट नहीं लूटने दूंगा, मेरा वादा है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के जारी प्रचार अभियान के दौरान पश्चिम बंगाल में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ बीते एक हफ्ते में तृणमूल कांग्रेस की ओर से तीन बार विक्षोभ प्रदर्शन किया गया। जिस बहरामपुर में वह पांच बार वह सांसद चुने गए, उसी क्षेत्र में अपने सामने ऐसे प्रदर्शन पर उन्होंने आपा भी खोया और कुछ को झपट्टा मारकर धक्का भी दिया। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरा यह गढ़ (बहरामपुर) एकदम ठीक है। कुछ वैसा होता तो मेरी प्रतिक्रिया ऐसी सामान्य नहीं होती, तब मेरा गुस्सा देखने लायक होता।