West Champaran – 4 हाथियों पर सवार होकर आदमखोर बाघ की खोज


West Champaran- आदमखोर बाघ की खोज –

छह माह में छह लोगों अपना चारा बना चुका वाल्मीकि टाइगर रिजर्व एरिया (VTR) में आंतक का पर्याय आदमखोर बाघ,

वन विभाग की 15 दिनों की मशक्कत के बाद भी पकड़ से दूर है.

वन विभाग को उसका कोई अता-पता नहीं मिल पा रहा है.

15 दिनों की ताबड़तोड़ कोशिश के बाद भी वन विभाग की टीम आज भी खाली हाथ खड़ी है.

इधर बाघ का शिकार होने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है.

ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर है.

वन विभाग ने अब इस आदमखोर बाघ को नियंत्रण में लाने के लिए एक्सपर्ट टीम का सहारा लिया है.

आदमखोर बाध की खोज में उतरी एक्सपर्ट टीम

एक्सपर्ट टीम चार हाथियों पर बैठकर आदमखोर बाध को पकड़ने के लिए जंगल में पहुंच चुकी है.

एक भैंस को बीच जंगल में पेड़ से बांध कर बाध का इंतजार किया जा रहा है,

ताकि नजर पड़ते ही से धर दबोचा जा सके.

एक्सपर्ट टीम के साथ ही ट्रेंकुलाइज शूटर की टीम भी पेड़ पर मचान बनाकर बैठा हुआ है,

ताकि पहली नजर में ही उसे ट्रेंकुलाइज किया जा सके

आदमखोर बाघ की खोज

वन विभाग की माने तो बाघ बार-बर अपना ठिकाना बदल रहा है.

स्थानीय स्तर पर पिछले 7 दिनों से रेस्क्यू अभियान चलाया गया.

लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. पटना से एक्सपर्ट्स की टीम वाल्मीकि टाईगर रिजर्व में पहुंची है.

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Bagaha: आदमखोर बाघ ने फिर ली एक की जान

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