एचईसी को बंद होने से बचाने के लिए जुटे कई राजनीतिक दल

RANCHI: रांची के भारी अभियंत्रण निगम एचईसी की दयनीय स्थिति को

देखते हुए अब झारखंड के कई राजनीतिक दल आगे आए हैं.

22Scope News

आज एचईसी बंद होने के कगार पर है. इंजीनियर से लेकर

मैनेजर तक को कई महीनों तक से वेतन नहीं मिला है.

इसको लेकर कर्मचारी लगातार हड़ताल कर रहे हैं.

इस हड़ताल में अब राजनीतिक पार्टी भी जुड़ रहे हैं.

शनिवार को राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधियों ने कर्मचारियों

के साथ राजभवन पैदल मार्च किया. साथ ही प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा.

ज्ञापन के माध्यम से पीएम से की गई कई मांगें

ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री से एचईसी को बचाने की मांग की गई है.

कहा गया है कि एचईसी को कार्यशील

पूंजी उपलब्ध कराए जाने के लिए भारी उधोग मंत्रालय को निर्देश दिया जाए… साथ ही कारखाने के आधुनिकीकरण के लिए आगामी यूनियन बजट में केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा एक विशेष पैकेज की घोषणा की जाए….संयंत्र को बैंक गारंटी देने सहित कारखाने के कामगारों और अधिकारियों के बकाए वेतन का अविलंब करने और एचईसी में पूर्णकालिक मुख्य प्रबंध निदेशक की नियुक्ति करने की मांग की गई है.

रक्षा मंत्रालय, रेलवे, इसरो समेत कई विभागों के 12 हजार करोड़ का कार्यादेश मिला

बताया गया है कि इस संयंत्र को अभी भी रक्षा मंत्रालय, रेलवे, इसरो समेत विभिन्न विभागों से करीब 12 हजार करोड़ रूपये का कार्यादेश भी मिला हुआ है. लेकिन संयंत्र के कामगारों और अधिकारियों को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिला है. वर्तमान में बैंक गारंटी खत्म होने के कारण यह कारखाना बंदी के कगार पर है. एचईसी के बंद हो जाने से केवल कामगार ही नहीं इस इलाके की आम जनता भी प्रभावित होगी.

कार्यक्रम का नेतृत्व

कार्यक्रम का नेतृत्व झामुमो जिलाध्यक्ष मुश्ताक आलम और संचालन भाकपा जिला सचिव अजय सिंह ने किया.

मौके पर झामुमो जिला सचिव डॉ हेमलाल कुमार मेहता हेमू, जिला उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा, जनक नायक,

बीरू साहु, भाकपा के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, माले के केन्द्रीय सदस्य सुभेन्दु सेन, जिला सचिव भुनेश्वर केवट,

सीपीआई एम के जिला सचिव सुखराम लोहरा, एस के राय, झामुमो के आफताब आलम, जितेन्द्र गुप्ता, मंटू लाला,

जावेद अख्तर, परवेज आलम गुड्डू, लक्ष्मण राम, कैथेरीना तिर्की, आदिल इमाम, मुजाहिद हुसैन, मो साजिद,

नीरज वर्मा, ओम शर्मा, गोपाल पांडे, साहिल यादव, राहुल वर्मा, फरीद खान, राकेश वर्मा, नौशाद अंसारी,

परविंदर नामधारी, सहनवाज़ हुसैन, भाकपा के इसहाक अन्सारी, हसीब अन्सारी, सुभा मेहता, लालदेव सिंह,

धर्मवीर सिंह, मनोज ठाकुर, नसीम खान, भीम साहु, एनामुल हक, तेबफिल तिर्की, हरेन्द्र यादव,

अमित कच्छप, रामदेव टोप्पो, राजेन्द्र राम आदि शामिल थे.

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