हजारीबाग: हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बना संजीवनी कुटीर पिछले एक महीना से चर्चा है. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भी संजीवनी कुटीर को लेकर कड़ी टिप्पणी करते हुए इसे हटाने की बात कही थी. अंततः जिला प्रशासन ने संजीवनी सेवा कुटीर को मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर से हटाने की प्रक्रिया पूरी कर रही है. इस कुटीर का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को सहायता और जानकारी उपलब्ध कराना था.
कहा जाए तो यह एक तरह का हेल्प डेस्क के रूप में काम कर रहा था. इसे लेकर राजनीति के गर्म हो गई थी. सरकार ने स्पष्ट किया था कि सरकारी परिसर में एक पार्टी विशेष का दफ्तर खोल दिया गया है.
राजनीति का अड्डा बन गया है. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और विधायक अपने मर्जी से अस्पताल चलाना चाहते हैं. इस कारण यह हटना चाहिए. जिला प्रशासन और सरकार ने कहा था कि सरकारी संपत्ति पर विधायक ने अतिक्रमण कर लिया है इस कारण अतिक्रमण हटाना चाहिए. इस बाबत जिला प्रशासन ने सदर विधायक को सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर नोटिस भी जारी किया था.
सदर विधायक प्रदीप प्रसाद अपने जन्मदिन के अवसर पर 4 जनवरी 2025 को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में संजीवनी सेवा कुटीर की स्थापना किये थे.
कार्यक्रम में हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल, चतरा सांसद कालीचरण सिंह, बरही विधायक मनोज कुमार यादव, बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी, बरकट्ठा विधायक अमित यादव, मांडू विधायक तिवारी महतो, चतरा विधायक जनार्दन पासवान, बगोदर विधायक नागेंद्र महतो और सिमरिया विधायक उज्जवल दास की उपस्थिति भी हुई थी. आधे दर्जन से अधिक जनप्रतिनिधि इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए थे.
सभी जनप्रतिनिधियों ने यह वकालत की थी संजीवनी कुटीर आम जनता के लिए बेहद मददगार साबित होगा. मरीज डॉक्टर की जानकारी प्राप्त कर पाएंगे. अगर किसी मरीज को समस्या आती है तो संजीवनी कुटीर मरीज और उसके परिजनों को मदद पहुंचाएगी.
जिला प्रशासन ने प्रदीप प्रसाद को अतिक्रमणकर्ता घोषित करते हुए नोटिस भी जारी किया था. प्रदीप प्रसाद ने भी कहा था कि तीन दिनों के अंदर सेवा कुटीर हटा दिया जाएगा. लेकिन प्रशासन 24 घंटे के अंदर दलबल के साथ सेवा कुटीर हटाने के लिए अस्पताल परिसर पहुंच गये.
मामले में मंगलवार को हजारीबाग पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा था कि एक प्रक्रिया के तहत हटाने का आदेश निर्गत किया गया हैं .हजारीबाग उपायुक्त ने विधायक प्रदीप प्रसाद को नोटिस जारी किया है. 3 दिनों के अंदर हटाने की बात कही जा रही है.
इन्होंने कहा था कि संजीवनी कुटीर के जरिए भारतीय जनता पार्टी हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में राजनीति कर रही है. यही नहीं कार्यकर्ता नशा करते हैं. जिससे वहां की शांति व्यवस्था भी भंग हो रही है. डॉक्टर और नर्स रात में दहशत में रहते हैं.
इन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजनीति करने का अधिकार किसी को भी नहीं है . कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजनीति करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इन्होंने यह भी कहा था कि सरकारी क्षेत्र में संजीवनी कुटीर बनाना अतिक्रमण है और इसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
हजारीबाग के सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने संजीवनी सेवा कुटीर हटाने को लेकर कहा है कि आम जनता को मदद पहुंचाने के लिए इसकी स्थापना की गई थी. मंत्री ने जिस तरह से हजारीबाग में बयान दिया है वह कहीं से भी शोभनीय नहीं है. राजनीति के तहत संजीवनी सेवा कुटीर हटाया गया है.
आने वाले दिनों में फिर से संजीवनी सेवा कुटीर अस्पताल परिसर के आसपास ही लगाया जाएगा. जहां से मरीजों को लाभ दिया जाएगा .इन्होंने यह भी कहा कि कुटीर हट जाए लेकिन सेवा भाव कम नहीं होगा.इन्होंने स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को बददिमाग भी कहा है.
शशांक शेखर की खबर