रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की आगामी मैट्रिक और इंटर बोर्ड परीक्षा से पहले राज्य सरकार ने स्कूलों में मॉडल टेस्ट और रेमिडियल कक्षाओं का आयोजन करने का निर्णय लिया है।
शिक्षा विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह के अनुसार, 10वीं और 12वीं के प्री-टेस्ट के परिणाम के आधार पर छात्रों को ग्रेड दिया जाएगा, जिसमें विशेष रूप से सी और डी ग्रेड वाले छात्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि उनकी परीक्षा में प्रदर्शन में सुधार हो सके।
इसके तहत जनवरी माह में मॉडल टेस्ट और रेमिडियल कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अंग्रेजी, विज्ञान और गणित जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इसके साथ ही छात्रों के ग्रुप बनाकर प्रत्येक शिक्षक को जिम्मेदारी दी जाएगी, ताकि वे सिलेबस का रिविजन करें और बच्चों के संपर्क में रहें। शिक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक छात्र की उपस्थिति हर दिन बनी रहे और वे बिना पूर्व अनुमति के अवकाश पर न जाएं।
साथ ही, जैक के मॉडल पर आधारित 150-200 बहु-उत्तरीय प्रश्न तैयार किए जाएंगे, जिनका अभ्यास बच्चों को प्रतिदिन कराया जाएगा। यह कदम छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है, ताकि वे बोर्ड परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
मंत्री दिपुराण प्यूरीत ने यह भी बताया कि 11 फरवरी से 3 मार्च तक मैट्रिक और इंटर बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी, और इस दौरान सभी स्कूलों में यह कक्षाएं जारी रहेंगी।