Desk. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘हिज़्ब-उत-तहरीर’ (Hizb-Ut-Tahrir) को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। सरकार का कहना है कि यह संगठन विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, सुरक्षित ऐप्स का उपयोग करके और भोले-भाले युवाओं को आतंकवादी कृत्यों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता है और अन्य तरीका अपना कर आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
Hizb-Ut-Tahrir आतंकवादी संगठन घोषित
गृह मंत्रालय के अनुसार, “HuT एक संगठन है, जिसका उद्देश्य देश में जिहाद और आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों को डिस्टर्ब करना और भारत सहित विश्व स्तर पर इस्लामिक राज्य स्थापित करना है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।
वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुडुचेरी में “भारत विरोधी संगठन की विचारधारा को बढ़ावा देकर” असंतोष और अलगाववाद फैलाने से संबंधित तमिलनाडु हिज्ब-उत-तहरीर (Hizb-Ut-Tahrir) से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार किया था।
हिज्ब-उत-तहरीर (Hizb-Ut-Tahrir) 1953 में यरूशलेम में स्थापित हुआ था। यह एक वैश्विक पैन-इस्लामिक समूह है। इसका मुख्यालय लेबनान में है और यह यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया सहित कम से कम 30 से अधिक देशों में संचालित है। कई देशों ने HuT पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिन देशों ने पहले ही समूह पर प्रतिबंध लगा दिया है, उनमें जर्मनी, मिस्र, ब्रिटेन और कई मध्य एशियाई और अरब देश शामिल हैं।