नवादा : असंवैधानिक विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण नागरिकता सीएए मंजूर नहीं है। 2024 चुनाव के ठीक पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA) की अधिसूचना के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आहवान पर विरोध दिवस के तहत नवादा के अंबेडकर पार्क से जुलूस निकालकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए प्रजातंत्र चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव भोला राम ने कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीएए की अधिसूचना व असंवैधानिक विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण नागरिकता संशोधन थोपकर देश की सत्ता हड़पने की साजिश है। इस साजिश को जनता बखुबी समझती है। इसे किसी कीमत पर सफल नहीं होने देगी। चुनावी चंदा का महाघोटाला में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का चेहरा बेनकाब हुआ है। देश की जनता भाजपा की चालाकी को अच्छी तरह से समझती है। इस महाघोटाला पर पर्दा डालने के लिए सीएए को लाया गया है।
उन्होंने कहा कि वोटर आई कार्ड ही नागरिकता का प्रमाण है। अलग से कोई कानून क्यों लाया गया है। यह कानून असंवैधानिक विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण से भरा हुआ है। इसे अविलंब वापस लें। देश को गुमराह करना इनकी नियति रहा है। इस कानून के खिलाफ महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्ट्राचार से कराह रही जनता को प्रतिकार करने के लिए सड़कों पर उतरने का आहवान किया। मौके पर जिला कमिटी सदस्य काॅ. सुदामा देवी, अरुण कुशवाहा, इन्द्रदेव मांझी, भागवत राम, संजु देवी, सुगिया देवी, फुलनी देवी और अनिल पासवान सहित बड़े संख्या में कार्यक्रम में शामिल थे।
अनिल शर्मा की रिपोर्ट