रांची: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट यूजी-2025 के परीक्षा पैटर्न में बदलाव करते हुए छात्रों और अभिभावकों के बीच सभी शंकाओं को स्पष्ट कर दिया है। नए पैटर्न के अनुसार, अब नीट यूजी परीक्षा में कुल 200 की जगह 180 सवाल पूछे जाएंगे। यह बदलाव कोविड-19 के दौरान लागू किए गए अस्थायी पैटर्न को स्थायी रूप से हटाने के उद्देश्य से किया गया है।
विषयवार सवालों का विभाजन
नीट यूजी-2025 के तहत सवालों का विभाजन निम्न प्रकार होगा:
- फिजिक्स: 45 सवाल
- केमिस्ट्री: 45 सवाल
- बायोलॉजी: 90 सवाल (जिनमें बॉटनी और जूलॉजी शामिल होंगे)
कुल मिलाकर छात्रों को 180 सवाल हल करने होंगे, जिसमें प्रत्येक सवाल के लिए उचित अंक निर्धारित किए गए हैं। पहले कोविड काल में छात्रों को 200 सवालों में से 180 सवाल चुनने का विकल्प दिया गया था, लेकिन अब यह सुविधा समाप्त कर दी गई है। यह बदलाव परीक्षा की पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।
परीक्षा की अवधि तीन घंटे ही होगी। इससे पहले, 200 सवालों के विकल्प के चलते छात्रों को तीन घंटे 20 मिनट का समय दिया जाता था, ताकि वे 20 अतिरिक्त सवालों को पढ़कर अपने उत्तर चुन सकें। नई व्यवस्था में अब तीन घंटे के भीतर सभी 180 सवालों को हल करना होगा।
एनटीए ने इससे पहले जेईई मेन परीक्षा में भी न्यूमेरिकल वैल्यू आधारित सवालों में विकल्प का प्रावधान समाप्त किया था। अब नीट यूजी-2025 में भी यह नीति अपनाई गई है। यह कदम परीक्षा के पैटर्न को स्थिर और प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि नए पैटर्न के अनुसार छात्रों को अपनी तैयारी रणनीति में बदलाव करना होगा। उन्हें समय प्रबंधन और प्रश्नों को हल करने की दक्षता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।एनटीए के इस कदम का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को सरल बनाना और छात्रों के बीच समान अवसर सुनिश्चित करना है। नीट यूजी-2025 की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है, और इसे ध्यान में रखते हुए अपनी पढ़ाई की योजना बनानी चाहिए।