नई दिल्ली : नीति आयोग (Niti Aayog) के उपाध्यक्ष राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने
अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
उनकी जगह सुमन बेरी (Suman Beri) को नीति आयोग का नया उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
राजीव कुमार साल 2017 में नीति आयोग के वाइस चैरमैन नियुक्त किए गए थे.
बता दें कि नीति आयोग के चेयरमैन प्रधानमंत्री होते हैं.
कौन हैं सुमन बेरी?
वर्ल्ड बैंक की चीफ रह चुके सुमन बेरी भारतीय अर्थशास्त्री हैं.
सुमन बेरी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अपनी मास्टर डिग्री हासिल की है.
सुमन बेरी फिलहाल बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स के एक इकनॉमिक थिंकटैंक के
नॉन रेजिडेंट फेलो के पद पर काम कर रहे हैं.
सुमन बेरी करीब 28 साल तक वर्ल्ड बैंक में काम कर चुके हैं.
इसके अलावा वो भारत के सांख्यिकीय आयोग से लेकर मॉनिटरी पॉलिसी
और आरबीआई द्वारा बनाई गई तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं.
अरविंद पनगढिया बने थे पहला वाइस चेयरमैन
गौरतलब है कि अरविंद पनगढिया को सरकार ने नीति आयोग का पहला वाइस चेयरमैन बनाया था.
नीति आयोग पहले योजना आयोग हुआ करती थी लेकिन साल 2014 में
एनडीए की सरकार बनने के बाद इसका नाम बदलकर नीति आयोग कर दिया गया.
अरविंद पनगढिया के बाद राजीव कुमार नीति आयोग के दूसरे वाइस चेयरमैन बनाए गए थे.
इससे पहले राजीव कुमार फिक्की के सेक्रेट्री जनरल थे.
राजीव कुमार 1992 से लेकर 1995 तक वित्त मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के पद पर भी सेवाएं दे चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने एशियन डेवलपमेंट बैंक के चीफ इकनॉमिस्ट के तौर पर भी काम किया है.
NCAER के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं सुमन बेरी
सुमन बेरी 2001 से 2011 तक 10 साल के लिए देश के अग्रणी स्वतंत्र नीति अनुसंधान संस्थान में से एक नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं.
सुमन बेरी दिल्ली मुख्यालय सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च में सीनियर विजिटिंग फेलो और वाशिंगटन डीसी में वुडरो विल्सन इंटरनेशनल सेंटर फॉर स्कॉलर्स के एशिया कार्यक्रम में ग्लोबल फेलो हैं. वे ब्रसेल्स में स्थित एक आर्थिक नीति अनुसंधान संस्थान, ब्रूगल के गैर-निवासी फेलो हैं.
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद में भी किया है काम
सुमन बेरी प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद, भारत के सांख्यिकीय आयोग और मौद्रिक नीति पर भारतीय रिजर्व बैंक की तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भी काम किया है. 2012 की शुरुआत से 2016 के मध्य तक सुमन बेरी द हेग, नीदरलैंड में स्थित शेल इंटरनेशनल की मुख्य अर्थशास्त्री थे. उन्होंने वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक विकास पर रॉयल डच शेल के बोर्ड और प्रबंधन को सलाह भी दे चुके हैं.
बेरी रॉयल डच शेल के वैश्विक परिदृश्य समूह के सीनियर नेतृत्व का भी हिस्सा थे. शेल में रहते हुए उन्होंने भारत के ऊर्जा क्षेत्र में परिदृश्य मॉडलिंग को लागू करने के लिए भारतीय थिंक टैंक के साथ एक सहयोगी परियोजना का नेतृत्व कर चुके हैं.
NCAER से पहले सुमन वाशिंगटन डीसी में वर्ल्ड बैंक के साथ थे, जिसमें उन्होंने यंग प्रोफेशनल्स प्रोग्राम के जरिए जॉइन किया था. वर्ल्ड बैंक में उन्होंने विशेष रूप से लैटिन अमेरिका और कैरिबियन में वित्तीय क्षेत्र के विकास, देश की नीति और रणनीति पर शोध किया.