रांची: सद्दाम हुसैन ने फर्जी डीड के आधार पर सेना से बड़गाई अंचल की 8.86 एकड़ जमीन पर बाउंड्री बननाने की अनुमति मांगी थी। इसका खुलासा ईडी की पूछताछ में हुआ है। ईडी सद्दाम को रिमांड पर लेकर बीते तीन दिनों से पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में कई चौकाने वाली बाते सामने आयी है,सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फर्जी डीड दिखाकर उससे सवाल पूछे जा रहे हैं कि उसने डीड बनवाने में किन-किन लोगों की मदद ली।
उसने बताया कि बड़गाई अंचल के तत्कालीन राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद और फर्जी डीड बनाने के मास्टर माइंड अफसर अली ने सहयोग किया था। उसने कई और लोगों के भी नाम बताए। कहा कि इनमें से कुछ लोग अभी बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं। सद्दाम ने स्टेशन कमांडर, भारतीय सेना दीपाटोली के नाम से पत्र भी भेजा था।
इसमें लिखा था कि मौजा बड़गाई, थाना सदर नंबर 184, खाता संख्या 234 और प्लॉट नंबर 1055 की 11 डिसमिल जमीन असगर हुसैन से खरीदी है। इसे उन्होंने बलका पाहन से वर्ष 1940 में रजिस्टर्ड पट्टा द्वारा खरीदी थी। इसका बुक नंबर 1, वॉल्यूम नंबर 80, पेज नंबर 297 से 298 और डीड नंबर 3985 है।
यह रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस कोलकाता से निबंधित है। पट्टाधारी के निधन के बाद उनके इकलौते पुत्र नवाब हुसैन ने उस जमीन का एकरारनामा मेरे नाम किया है। चूंकि यह जमीन आपके विभाग की जमीन से सटी है, इसलिए उस जमीन पर बाउंड्री कराने की अनुमति दें। लेकिन सेना ने इसकी अनुमति नहीं दी।