रांची: जिले के सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजना योजना चावल आपूर्ति करने वाली एजेंसी की लापरवाही की शिकार हो रही है।
जनवरी में मात्र 71 प्रतिशत बच्चों ने मध्याह्न भोजन का लाभ उठाया। कई स्कूलों में चावल का बैकलॉग बढ़ता ही जा रहा है। अभी तक स्कूलों में 2700 क्विंटल चावल का बैकलॉग बचा है।
इसका खुलासा बुधवार को जिला शिक्षा अधीक्षक की अध्यक्षता में हुई पीएम पोषण योजना के लिए बनी जिला स्तरीय स्टियरिंग सह मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में हुआ।
डीएसई ने सभी पदाधिकारियों को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिया। ऑटोमेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत किए जा रहे दैनिक एसएमएस का अनुपात भी मात्र 76 प्रतिशत है।
इसे भी बढ़ाने के लिए कहा गया। चावल का बैकलॉग समाप्त करने के लिए संबंधित एजेंसी को पत्र लिखा जाएगा।