आवास बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह एवं सचिव सहित 25 लोग गिरफ्तार
पटना : राजधानी पटना के राजीव नगर स्थित नेपाली नगर में अतिक्रमण के विरुद्ध ऑपरेशन अभी जारी रहेगा
और उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाएगा.
70 अवैध निर्माण के खिलाफ हुई बड़ी कार्रवाई के बाद प्रशासन ने विज्ञप्ति जारी की.
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि
कॉल डिटेल्स, व्हाट्सएप चैट एवं वीडियो फुटेज के आधार पर हंगामा करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है.
जांचोपरांत उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अतिक्रमण के विरूद्ध ऑपरेशन अभी जारी रहेगा.
प्रशासन के कब्जे में 40 एकड़ जमीन
उन्होंने कहा कि राजीव नगर में बिहार राज्य हाउसिंग बोर्ड की अर्जित भूमि से
सार्वजनिक उपयोग के लिए अतिक्रमण हटाने के लिए रविवार को सुबह 5ः00 बजे प्रशासन द्वारा
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई. प्रशासन ने 40 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है.
लगभग 95 संरचनाओं को तोड़ दिया. तोड़ी गई संरचनाओं में अधिकांश चहारदीवारी एवं निर्माणाधीन मकान थे. 75 संरचनाओं को पूरी तरह से एवं 20 संरचनाओं को आंशिक रूप से तोड़ा गया. पांच ऐसे मकान थे जिसमें लोग रह रहे थे, इन्हें खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है.
पुलिस ने दागे पांच राउंड आंसू गैस
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण रही कोई, कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. लगभग 500 बल प्रतिनियुक्त किए गए थे. उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया. पुलिस ने पांच राउंड आंसू गैस का प्रयोग किया.
सिटी एसपी सहित तीन पुलिसकर्मी घायल
इस कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक, एक महिला पुलिसकर्मी एवं एक अन्य पुरुष पुलिसकर्मी को हल्की चोटें आई है, जिनका प्राथमिक उपचार चल रहा है. कार्रवाई में किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है. मृत्यु के बारे में जो अफवाह फैलाई जा रही है जिला प्रशासन उसका खंडन करता है.
दीघा कृषि भूमि आवास बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष गिरफ्तार
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो स्वयं स्थल पर पहुंचकर स्थिति पर नियंत्रण बनाए हुए थे. पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी कराई गई. दीघा कृषि भूमि आवास बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह एवं सचिव सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जिसमें एक महिला भी शामिल है. पांच वाहन भी जब्त किया गया. जिला प्रशासन को प्राप्त सूचना के अनुसार हंगामा करने के लिए बाहर से भी लोगों को बुलाया गया था. गिरफ्तार लोगों के कॉल डिटेल्स एवं व्हाट्सएप चैट के आधार पर भू माफियाओं की भी संलिप्तता पाई गई है.
रिपोर्ट: प्रणव राज