- लखनऊ में भारत की रक्षा ताकत को नया आयाम: ब्रह्मोस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग फैसिलिटी का उद्घाटन, आत्मनिर्भर डिफेंस सेक्टर की ओर बड़ा कदम
लखनऊ: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को वर्चुअल माध्यम से उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थापित देश के सबसे बड़े ब्रह्मोस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग फैसिलिटी सेंटर का उद्घाटन किया। इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान और मेक इन इंडिया पहल के तहत डिफेंस सेक्टर में ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया जा रहा है। इस मौके पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, राज्यसभा सदस्य बृजलाल, विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह समेत डीआरडीओ के वैज्ञानिक और देशभर के टेक्नोक्रेट्स भी मौजूद रहे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि ब्रह्मोस का यह नया सेंटर भारत की सैन्य ताकत को और मजबूत करेगा। यह सेंटर लखनऊ समेत यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के विकास को रफ्तार देगा और आने वाले समय में देश को वैश्विक डिफेंस मार्केट में मजबूत प्रतिस्पर्धी बनाएगा। राजनाथ सिंह ने स्पष्ट कहा, “ब्रह्मोस सिर्फ एक हथियार नहीं, यह भारत की ताकत का संदेश है, यह हमारी सीमाओं की सुरक्षा का संकल्प है।”
उन्होंने बताया कि इस फैसिलिटी के जरिए ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता 250 से 400 किलोमीटर तक और अधिक प्रभावी होगी। रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह परियोजना भारत की सैन्य आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। यह फैसिलिटी केंद्र लगभग 500 प्रत्यक्ष और 1000 अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगी। उन्होंने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के कठिन परिश्रम की सराहना करते हुए कहा, “आपकी मेहनत और लगन को मैं नमन करता हूं।”
राजनाथ सिंह ने बताया कि यूपी डिफेंस कॉरिडोर में अब तक करीब 180 एमओयू साइन किए जा चुके हैं, जिनमें 34 हजार करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है और 4000 करोड़ का निवेश हो भी चुका है। उन्होंने डिफेंस सेक्टर में पीटीसी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के टाइटेनियम और सुपर अलॉय प्लांट्स की भी चर्चा की, जो लखनऊ में स्थापित किए जा रहे हैं।
डिफेंस कॉरिडोर की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह यूपी के कानपुर, झांसी, चित्रकूट, आगरा और अलीगढ़ को फिर से औद्योगिक वैभव दिलाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा, “हमारा सपना है कि उत्तर प्रदेश दुनिया के टॉप डिफेंस प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभरे।”
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र कर भारतीय सेनाओं के पराक्रम और संयम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ जहां जरूरत होगी, वहां सटीक और निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है।
रक्षा मंत्री ने टेक्नोलॉजी डे के अवसर पर इस हाई टेक फैसिलिटी का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत अब न केवल अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि वैश्विक डिफेंस मार्केट में भी अपना डंका बजाएगा। उन्होंने स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि विश्व का रक्षा खर्च 2718 अरब डॉलर तक पहुंच गया है और भारत के पास इस विशाल बाजार में बड़ी संभावनाएं हैं।
राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष आभार जताया और कहा कि डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश को खेल से लेकर टेक्नोलॉजी तक हर क्षेत्र में आगे बढ़ाया है। उन्होंने विश्वास जताया कि लखनऊ का यह सेंटर आने वाले समय में रोजगार, तकनीक और रक्षा उत्पादन का वैश्विक केंद्र बनेगा।
क्या आप चाहेंगे कि इस खबर के लिए एक इन्फोग्राफिक डिजाइन का सुझाव भी तैयार करूं, जो वेबसाइट और सोशल मीडिया दोनों पर प्रभावशाली लगे?