रांची: राज्य सरकार ने धान खरीद घोटाला की लगभग 25 करोड़ की राशि में से अब तक विभिन्न लैंप्स व पैक्स से 5.24 करोड़ रुपये की वसूली की है. झारखंड राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम लिमिटेड (जेएसएफसी) की ओर से अब भी वसूली की प्रक्रिया जारी है.
खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से कराये गये भौतिक सत्यापन के दौरान राज्य के विभिन्न लैंप्स व पैक्स के गोदाम से लगभग 1.21 लाख क्विंटल धान गायब पाया गया था.
इसकी कीमत 2050 रुपये प्रति क्विंटल की दर से लगभग 25 करोड़ रुपये होती है. मामला प्रकाश में आने के बाद विभाग की ओर से संबंधित लैंप्स व पैक्स को नोटिस जारी कर कहा गया था कि जिस गोदाम से जितनी मात्रा में धान गायब मिले हैं, उसकी राशि जमा करायी जाये.
यह भी कहा गया था कि अगर राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो संबंधित लैंप्स व पैक्स के खिलाफ सर्टिफिकेट केस दायर किया जायेगा.साथ ही प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी.
23 में सरकार की ओर से 493 क्रय केंद्र बनाये गये थे. इन्हीं क्रय केंद्र के माध्यम से किसानों से धान की खरीदारी की गयी. इसमें लैंप्स व पैक्स भी शामिल थे.
जब लैंप्स व पैक्स के गोदामों से निर्धारित क्रय से कम धान राइस मिल में गये, तब विभाग की ओर से जांच-पड़ताल शुरू की गयी. इसके बाद गोदामों का भौतिक सत्यापन कराने का निर्णय लिया गया.
इसके बाद अधिकारियों की टीम के माध्यम से लैंप्स व पैक्स का सत्यापन कराया गया. इसमें 1.21 क्विंटल धान गायब पाया गया था. विभागीय अधिकारियों के अनुसार लैंप्स व पैक्स में 1.23 लाख क्विंटल धान होने चाहिए थे, लेकिन सिर्फ 1966 क्विंटल धान होने की पुष्टि हुई थी.