रांची: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने चश्मदीदों से पूछताछ के आधार पर हमले में शामिल तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इन स्केचों के ज़रिए आतंकियों की पहचान और तलाश में स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की गई है।
इस आतंकी हमले में कई नागरिकों की जान गई, जबकि अनेक लोग घायल हुए। जम्मू-कश्मीर सरकार ने हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2-2 लाख रुपये और अन्य घायलों को 1-1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
घटना के बाद केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज खुद पहलगाम पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
इसी बीच, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइनों को परामर्श जारी करते हुए कहा है कि वे टिकट की कीमतों में अनावश्यक बढ़ोतरी न करें और इस परिस्थिति को देखते हुए कैंसलेशन फीस माफ करें। यह कदम प्रभावित क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को राहत देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
सुरक्षा एजेंसियां इलाके में तलाशी अभियान चला रही हैं और आतंकियों के ठिकानों का सुराग जुटाने में जुटी हैं। खुफिया सूत्रों का कहना है कि हमलावरों के पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तत्काल सुरक्षा बलों को देने की अपील की है। हमले के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।
यह आतंकी हमला एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की गंभीरता को उजागर करता है और सुरक्षा एजेंसियों के सामने बड़ी चुनौती पेश करता है।