जमशेदपुर: भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से देशवासियों को पेट्रोल-डीजल के दाम में राहत दी गयी है. लेकिन झारखंड सरकार दाम करने के लिए तैयार नहीं है. जिससे पेट्रोल-डीजल व्यवसायी और व्यवसायी और राज्य की जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रांची में ऑटो किराया पचास प्रतिशत बढ़ चुका है. ऐसे में पेट्रोल-डीजल के कारोबारी सहित आम लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है.
राज्य सरकार पेट्रोल-डीजल के मूल्य पर कमी नहीं कर रही है. जिस कारण से 21 दिसंबर को राज्य के सभी पेट्रोल-पंप संचालकों ने पंप को बंद रखने का निर्णय लिया है. पेट्रोल पंप बंद रखने का मुख्य कारण केन्द्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम किया है, लेकिन राज्य सरकार इस मामले में कोई निर्णय नहीं ले रही है. जिसका खामियाजा पेट्रोल पंप मालिकों को भुगतना पड़ रहा है. इतना ही नहीं सरकार के पास जो बकाया राशि है, वह पेट्रोल पंप मालिकों को नहीं मिल रहा है. जिसके कारण आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है. वैसे स्थानीय टेक्स कम पेट्रोल पंप मालिकों के साथ आम जनता को राहत मिलेगी. फिलहाल मामले को लेकर पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से 21 दिसंबर को बंद का आह्वाह्न किया है. जिसे लेकर पेट्रोल पंप परिसर में नोटिस लगा दी गयी है.
एक दिवसीय पेट्रोल-डीजल पंप बंद होने के कारण झारखंड की जनता को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. वाहनों का आवागमन पूरी तरह बाधित होने की संभावना है. जिससे कारोबार और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों सहित अन्य उपकरणों पर भी असर पड़ेगा. स्कूल-कॉलेज के ट्रांसपोर्ट के भी बंद होने के आसार जताए जा रहे हैं. बड़े शहरों में ऑटो परिचालन पर भी असर पड़ेगा. जिस कारण से लोगों पर एक दिवसीय आर्थिक बोझ बढ़ने की संभावना है. इसके अलावा दूर से आवागमन करने वाले नौकरी करने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
रिपोर्ट- लाला जबीं