संस्कार फाउंडेशन द्वारा जलवायु परिवर्तन और कृषि जागरूकता संगोष्ठी पर कार्यक्रम का आयोजन

संस्कार फाउंडेशन द्वारा जलवायु परिवर्तन और कृषि जागरूकता संगोष्ठी पर कार्यक्रम का आयोजन

Bokaro- बोकारो के चंदनकियारी प्रखंड अंतर्गत आद्राकुड़ी पंचायत सचिवालय में संस्कार फाउंडेशन, सरिया एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में जलवायु परिवर्तन और कृषि सलाह किसान जागरूकता संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रखंड तकनीकी पदाधिकारी हर्षवती लागूरी एवं विशिष्ट अतिथि सहायक तकनीकी पदाधिकारी गोमती कुमारी प्रशिक्षक सह एक्सपर्ट रामपति प्रसाद और मुखिया सुजाता देवी उप मुखिया कार्तिक रजक के द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।

जलवायु परिवर्तन से फसल के उत्पादन में कमी होती है

तत्पश्चात अतिथियों को शाल और बुके देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि हर्षवती लागूरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन से कभी अति वृष्टि तो कभी अनावृष्टि का सामना करना पड़ता हैं जिससे फसल के उत्पादन में कमी होती है और इससे किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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फसल उत्पादन में कमी होती है। किसान इस विकट परिस्थिति से निपटने के लिए फलदार पौधरोपण जलवायु परिवर्तन को रोकने एवं आजीविका भी सृजन होगा। वर्तमान समय में ग़रीबी और बेरोजगारी चरम पर है इसलिए फलदार पौधे हर मानव को अवश्य लगाना चाहिए ताकि ग्लोबल वार्मिग को रोका जा सकें।

वर्तमान समय में कम वर्षा में भी हमलोग उपज लेने के लिए मोटा अनाज जैसे मंडूआ, बाजरा, कसवा की खेती पर जोर देना चाहिए और बागवानी पर जोर देना चाहिए। वर्तमान में पूरे विश्व में ग्लोबल वार्मिंग पर चिंतन किया जा रहा है और इससे निपटने के लिए सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है।

जीवन का आधार कृषि है

विशिष्ट अतिथि गोमती कुमारी ने कहा कि जीवन का आधार कृषि है और सबसे ज्यादा रोजगार क़ृषि में ही मिलता है। ग्लोबल वार्मिंग का ज्यादा संकट कृषि पर पड़ता है। अब पुनः पुरानी कृषि पद्धति की ओर लौटना चाहिए। गांधी जी ने कहा था कि पृथ्वी हम सबों को सब कुछ देता है पर हम सब पृथ्वी पर अधिकाधिक मात्रा में रसायनिक खाद का प्रयोग करते हैं, जिससे भूमि बंजर होते जा रहा है।

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इससे बचने के लिए जैविक खेती और जैविक खाद का प्रयोग आवश्यक है। प्रशिक्षक़ सह एक्सपर्ट रामपति प्रसाद ने ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले दुष्परिणाम पर विस्तार से बताया कि आज पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रहा है वैश्विक स्तर पर चिंतन किया जा रहा है। इसके लिए आम आवाम को जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन हो सकें।

एक वृक्ष एक सौ पुत्र समान होता है

मुखिया सुजाता देवी ने स्थानीय भाषा में पर्यावरण संरक्षण पर विस्तार से जानकारी दी कि पर्यावरण की दृष्टिकोण से संस्कार फाउंडेशन के द्वारा एक सौ पौधे का वितरण किया गया और सभी को देखभाल और अन्य पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया।

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कही की एक वृक्ष एक सौ पुत्र समान होता है। सभी मनुष्य को कम से कम दो पौधा अवश्य लगाना चाहिए।
संस्कार फाउंडेशन के तरफ से 75 पौधे का वितरण अतिथियों के कर कमलो से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय मुखिया सुजाता देवी ने किया तथा संचालक संस्था के जय प्रकाश कु वर्मा ने किया।

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