विवेकानंद विद्या मंदिर के 55वें स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन

विवेकानंद विद्या मंदिर

रांची. विवेकानंद विद्या मंदिर में 55वां स्थापना दिवस अभ्युदय A Tradition of Innovation द्विदिवसीय कार्यक्रम का आज दूसरा दिन था। इस कार्यक्रम में मुख अतिथि सेवानिवृत न्यायाधीश एनएन तिवारी (प्रशासक), काशी नाथ मुखर्जी, आदित्य बनर्जी, अभय कुमार मिश्रा, मलय कुमार नंदी, किरण द्विवेदी (ऑब्जर्वर), एसपी सिंह (प्रभारी, प्राचार्य), अमिताभ साहा (प्रभारी प्राचार्य), एकता मिश्रा (हेड मिस्ट्रेस), शिक्षकगण, शिक्षकेत्तर कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए।

विवेकानंद विद्या मंदिर का 55वां स्थापना दिवस पर कार्यक्रम

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालयी प्रार्थना से प्रारंभ हुई। तत्पश्चात उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित किये। इस कार्यक्रम के मुख्य अथिति सेवानिवृत न्यायाधीश एनएन तिवारी (प्रशासक), काशी नाथ मुखर्जी एवं आदित्य बनर्जी को शॉल एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। छात्रा अद्रिजा एवं समायरा ने गणेश वंदना को ओडिशी नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। एसी पी सिंह (प्रधानाचार्य, प्रभारी) ने 55वें स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सभा का स्वागत किया एवं वार्षिक विवरण प्रस्तुत किया।

डॉ. किरण द्विवेदी (ऑब्जर्वर) ने विद्यालय के 55वें स्थापना दिवस पर सभी को शुगकामनाएं दी। उन्होंने विद्यालय के संस्थापक सदस्यों के योगदान को याद किया, जिनके अथक परिश्रम से आज हमारा विद्यालय 55वां स्थापना दिवस मना रहा है। छोटे स्तर पर प्रारंभ किए गए इस विद्यालय में आज 4000 से भी अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आज हमारे विद्यालयों की गणना उत्कृष्ट विद्यालयों में की जाती है। उन्होंने कहा कि यहां बच्चे शिक्षा के साथ स्वामीजी के आदर्शों एवं मूल्यों को आत्मसात करते हैं। प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से विद्यालय से जुड़े हुए सभी लोगों के उत्साह एवं कर्मठता के लिए आभार प्रकट किया।

इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए। कक्षा छठी से आठवीं के बच्चों ने दशावतार स्तोत्रम की कर्णप्रिय प्रस्तुति दी। कक्षा छठी से आठवी के बच्चों ने प्रेरणात्मक गीत की प्रस्तुति देकर सभा में अलख जगाया।

अभय कुमार मिश्रा ने विद्यालय के 55वें स्थापना दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमें इस विद्यालय को स्थापित करने वाले विभूतियों के उद्‌देश्य को सार्थक करना होगा, हमें ‘कर्म ही पूजा का ध्येय रखना चाहिए, हमें बनो और बनाओ में विश्वास करना चाहिए, हमारे विद्यालय के वि‌द्यार्थी झारखंड राज्य का नाम विभिन्न खेलों में पदक जीत कर रौशन कर रहे हैं। तत्पश्चात उन्होंने वीर शहीदों को नमन करते हुए वंदे मातरम् के उद्‌घोष के साथ अपनी वाणी को विराम दिया।

मुख्य अतिथि सेवानिवृत न्यायाधीश एनएन तिवारी (प्रशासक) ने विद्यालय के 55वें स्थापना दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय की स्थापना अत्यंत ही मजबूती आदर्शों एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ की गयी है। हमें उसे और आगे ले जाना होगा। ‘विद्या ददाति विनयंम’ को चरितार्थ करना होगा। साथ ही अनुशासित रहकर बड़ों को सम्मान देकर हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ती करनी होगी। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि यह दिन स्वामी जी के आदर्शों, मूल्यों एवं मानवता के गुणों को आत्मसात करने का है। बच्चों के लिए यह गौरव की बात है कि वे इस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करते हैं, जहां शिक्षा के साथ संस्कार मिलता है। आज यह विद्यालय हर क्षेत्र से जिस तरह से परचम लहरा रहा है, वह विद्यालय की प्रायार्या एवं सदस्यणग, शिक्षकों तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के अथक प्रायस का परिणाम है।

इस अवसर विद्यालय द्वारा कक्षा प्री प्राइमरी से कक्षा बारहवीं के छात्र-छात्राओं को विभिन्न परीक्षाओं (वार्षिक परीक्षा, एआएसएसई, एआईएएएससीई, जेईई-मेना एवं नीट) में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों देकर सम्मानित किया गया। विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। अंत में अमिताभ लाहा (प्रधानाचार्य, प्रभारी) ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण यूट्यूब एवं फेसबुक के द्वारा किया गया, जिसे क्षिक्षकों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने देखा।

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