रांची: JSSC द्वारा सहायक आचार्य (Assistant Teacher) पदों के लिए दस्तावेज सत्यापन (DV) के लिए 2734 अभ्यर्थियों की सूची जारी किए जाने के बाद, चयन प्रक्रिया को लेकर गहन असंतोष और शंकाएं सामने आ रही हैं। बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी भी दस्तावेज सत्यापन केंद्र पहुंचे, जिनका नाम लिस्ट में शामिल नहीं था, लेकिन उन्होंने दावा किया कि उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा है।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि DV सूची में जिन अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, उनमें कई ऐसे हैं जिनके अंक कम हैं, जबकि बेहतर अंक लाने वाले अभ्यर्थियों को नजरअंदाज कर दिया गया है। इसके अलावा आयोग द्वारा जारी लिस्ट में आरक्षण की स्थिति और अंकवार विवरण भी नहीं दिया गया है, जिससे चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर संदेह उत्पन्न हो रहा है।
पारा शिक्षकों और दिव्यांग अभ्यर्थियों ने विशेष रूप से नाराजगी जताई है। एक दिव्यांग अभ्यर्थी ने बताया कि उन्होंने हर विषय में उत्तीर्ण अंक प्राप्त किए हैं और दिव्यांग कोटे में सीट भी उपलब्ध है, इसके बावजूद उनका नाम सूची में नहीं है। वहीं, पारा शिक्षकों ने आरोप लगाया कि आरक्षित 50% सीटों के बावजूद उन्हें बाहर कर दिया गया है और कटऑफ स्पष्ट नहीं बताया गया है।
कुछ महिला अभ्यर्थियों ने भी इसी तरह की आपत्ति जताई है और मांग की है कि आयोग जल्द से जल्द एक दूसरी सूची (Second List) जारी करे, जिससे योग्य अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके। अभ्यर्थियों ने कहा कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वे चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।
फिलहाल JSSC की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि यह पहली सूची है या इसके बाद और सूचियां जारी होंगी। अभ्यर्थी आयोग के सचिव से मिलने और ज्ञापन सौंपने की तैयारी में हैं।