रांचीः सेंट्रल लाइब्रेरी का छज्जा गिरा, 1 छात्र की मौत

रांचीः राजधानी के मोराबादी स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी की छज्जा गिरने से एक छात्र की मौत हो गई. मृतक छात्र का नाम मंतोष बेदिया है और वह भुरकुंडा का रहने वाला था. इस घटना के बाद से छात्रों में आक्रोश है. आक्रोशित छात्रों ने सड़क जाम कर दिया है. छात्रों का कहना है कि इससे पहले कई बार लाइब्रेरी के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर शिकायत कुलपति से की गई थी. साथ ही सेंट्रल लाइब्रेरी का इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार की मांग की थी. लेकिन कुलपति लगातार आश्वासन दे रहे थे कि जल्द ही मरम्मत का काम शुरू होगा. लेकिन मरम्मत का काम शुरू नहीं होने की वजह से इतनी बड़ी घटना घटी.

आक्रोशित छात्रों ने सड़क जाम कर कई मांगों को सरकार के समक्ष रखी. छात्र-छात्राओं का कहना है कि मंतोष बेदिया के परिवार वालों को सरकारी नौकरी के साथ-साथ रांची विश्वविद्यालय के कुलपति को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देनी होगी. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद मोराबादी टीओपी की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस आक्रोशित छात्रों को समझाने की कोशिश  कर रही है.

मौके पर मौजूद छात्र ने बताया कि हर दिन की तरह मंतोष 10ः30 बजे लाइब्रेरी पहुंचकर अपनी साईकल रखने गया था. उसी दौरान छत गिरी और मंतोष के सिर पर गंभीर चोटें आई. जिससे की उसकी मौत मौके पर ही हो गई थी. मंतोष को लाईब्रेरियन और छात्र तुरंत रिम्स लेकर गए. जहां उसे मृत घोषित कर गिया गया.

घटना की सूचना मिलते ही कुलपति प्रो डॉ अजीत कुमार सिन्हा घटनास्थल पर पहुंचे. प्रो डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने परिजनों से बातचीत के दौरान कहा कि वह सिर्फ 4 लाख ही मुआवजा दे पाएंगे. साथ ही परिवार के एक सदस्य को अनुबंध में नौकरी देंगे और बाद में स्थाई करेंगे. लेकिन परिजनों का कहना है कि हम लोगों ने 50 लाख का मुआवजा मांगा था. साथ ही मृतक के पिता ने अनुबंध नहीं स्थाई नौकरी की मांग की. उन्होंने कहा कि कुलपति के बातों से हम लोग सहमत नहीं है.

घटना की जांच की मांग

वहीं घटना की सूचना मिलते ही छात्रनेता देवेंद्र महतो मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी की लापरवाही से घटना हुई है. घटना की जांच होनी चाहिए. दोषीयों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी देना होगा. यूनिवर्सिटी की छत गिरने से किसी की मौत हो जाना गंभीर मामला है. मां बाप से उनका सहारा छीना गया है. देवेंद्र महतो ने कहा कि यूनिवर्सिटी के जितने भी क्षतिग्रस्त बील्डींग है, उस पर नए भवन का निर्माण जल्द करना चाहिए.

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