कुड़मी को एसटी दर्जा देने की मांग के विरोध में आदिवासी संगठनों की दो रैलियां 12 और 17 अक्टूबर को रांची में होंगी, जनसहभागिता को लेकर तैयारियां तेज।
Ranchi News रांची: कुड़मी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग का आदिवासी संगठनों ने खुलकर विरोध शुरू कर दिया है। अक्टूबर महीने में रांची में दो बड़ी रैलियां आयोजित की जाएंगी, जिनमें हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग शामिल होंगे।
आदिवासी अस्तित्व बचाओ मोर्चा की ओर से 12 अक्टूबर को मोरहाबादी स्थित डॉ. राम दयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में ‘आदिवासी महाजुटान’ का आयोजन किया गया है। संगठन के नेताओं अजय तिर्की और ग्लैडसन डुंगडुंग ने शुक्रवार को बताया कि पहले यह कार्यक्रम मोरहाबादी मैदान में होना तय था, लेकिन जनसहभागिता और प्रशासनिक सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसे फुटबॉल स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है।
Key Highlights:
कुड़मी को एसटी दर्जा देने की मांग के विरोध में दो बड़ी आदिवासी रैलियां होंगी
12 अक्टूबर को मोरहाबादी फुटबॉल स्टेडियम में आदिवासी अस्तित्व बचाओ मोर्चा का महाजुटान
17 अक्टूबर को प्रभात तारा मैदान धुर्वा में आदिवासी बचाओ मोर्चा की आदिवासी हुंकार महारैली
गीताश्री उरांव ने कहा—17 अक्टूबर की रैली हक-अधिकार की लड़ाई का आगाज
रैलियों की तैयारियां तेज, दोनों संगठनों ने जनसहभागिता पर दिया जोर
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वहीं, आदिवासी बचाओ मोर्चा ने भी 17 अक्टूबर को प्रभात तारा मैदान, धुर्वा में ‘आदिवासी हुंकार महारैली’ आयोजित करने की घोषणा की है। इस रैली की तैयारी को लेकर शुक्रवार को एक अहम बैठक हुई, जिसमें पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव सहित कई वरिष्ठ आदिवासी नेता शामिल हुए।
गीताश्री उरांव ने कहा कि “17 अक्टूबर की महारैली आदिवासी समुदाय के हक और अधिकार बचाने की लड़ाई का आगाज़ है। आदिवासी समाज ने हमेशा अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष किया है और आगे भी करेगा।”
दोनों संगठनों ने दावा किया है कि इन रैलियों में झारखंड के साथ-साथ छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से भी प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रशासन ने भी रैलियों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
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