धनबाद. धनबाद स्टेशन के प्लेटफार्म छह और सात पर आरपीएफ ने कार्रवाई की। आरपीएफ ने सीडब्ल्यूसी को सूचना देकर बिहार के गया और झारखंड के डुमका के तीन-तीन बच्चे को रेस्क्यू किया।
धनबाद स्टेशन पर रेस्क्यू बच्चों का रेस्क्यू
गया के बच्चों को राजमुंद्री (आंध्र प्रदेश), जबकि दुमका के बच्चों को केरल ले जाया जा रहा था। गया के बच्चों के मामले में कैलाश मांझी नामक ट्रेफिकर को गिरफ़्तार किया गया है। वहीं दुमका के बच्चों के मामले में विल्सन नामक कथित दलाल पर एक्शन लेने का निर्देश सीडब्ल्यूसी ने दिया है।
सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने कहा बिहार के गया के बच्चों को अंडा का ट्रे बनाने के काम में लगाया गया था, जबकि दुमका के बच्चों को केरल में सुपारी और नारियल की खेती में लगाया गया था। बच्चों ने बताया कि त्रिशुर का विल्सन प्रतिदिन प्रति बच्चा दो सौ रुपये वसूलते थे। बताया जा रहा है कि दोनों राज्यों में बड़ी तादाद में संथाल के बच्चे काम करते हैं।
राजकुमार जायसवाल की रिपोर्ट