बोकारो : DPLR के भ्रष्टाचार के खिलाफ अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल की रैयतों ने शुरुआत की है. रैयतों ने कहा कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो हम सभी आत्मदाह करेंगे. बता दें कि तुपकाडीह निवासी विक्रम कुमार महतो को पुनर्वास के रूप में जैनामोड़ में 10 डिसमिल जमीन DPLR के माध्यम से आवंटन किया गया था, जो दखल कब्जा नहीं कराया गया.
2017 में NHAI के द्वारा 6 डिसमिल जमीन अधिकृत किया गया है. 6 डिसमिल जमीन का मुआवजा राशि NHAI द्वारा दिया, लेकिन बचेे हुए 4 डिसमील का दखल कब्जा अभी तक नहीं कराया गया. वहीं चौताटांड निवासी गणेश साव की भी समस्या विक्रम कुमार महतो जैसा ही है. मगर गणेश साव का 10 डिसमील आवंटन में 5 डिसमिल जमीन NHAI के द्वारा अधिकृत किया गया.
चौताटांड निवासी विरेन्द्र कुमार को आज तक पुनर्वास की जमीन DPLR के द्वारा आवंटन नहीं किया गया, जबकि आज तक तीन बार पुनर्वास की जमीन के लिए आवेदन दिया गया है. पुनर्वास क्षेत्र जैना में अतिक्रमण किये हुए जमीन को अभी तक खाली क्यों नहीं कराया गया. जबकि DPLR अतिक्रमणकारियों की सूची, जिनकी संख्या 33 है, विगत कुछ साल पहले ही जारी कर चुका है. लगातार जरीडीह सीओ के टाल-मटोल की वजह से आखिरकार भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा है.
रिपोर्ट : चुमन कुमार
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