जमशेदपुर: पूर्वी जमशेदपुर के विधानसभा प्रतिनिधी सरयू राय ने देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के मामले में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को पदमुक्त करने को लेकर आदेश जारी किया है. जिसपर फिलहाल चुनाव आयोग और झारखंड सरकार के बीच ठन गयी है. इस मामले में हो सकता है कि झारखंड सरकार महाधिवक्ता की राय के उपरांत अपनी रणनीति तय करे.
बतातें चलें कि यह मामला गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे से जुड़ा है. यह मामला तब गहराया जब मधुपुर उप चुनाव को लेकर देवघर के उपायुक्त सह जिला शिक्षा पदाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने निशिकांत दूबे के विरूद्ध प्रशासिक कार्रवाई करते हुए विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. गौरतलब है कि मधुपुर उपचुनाव अप्रैल 2021 में कराया जा रहा था, इस दौरान निशिकांत दूबे ने मजूंनाथ पर एक विशेष राजनीतिक दल के कार्यकर्ता के रूप में काम करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद मंजूनाथ को देवघर उपायुक्त सह डीईओ के पद से हटाकर 26 अप्रैल 2021 को नैन्सी सहाय को उपायुक्त बनाया गया था. लेकिन चुनाव के बाद मंजूनाथ को फिर से देवघर उपायुक्त सह डीईओ का प्रभार दे दिया गया. मंजूनाथ भजंत्री पर यह आरोप है कि उन्होंने दुर्भावना से प्रेरित होकर गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे के विरूद्ध एक ही दिन में अलग-अलग थाने में पांच प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया था.
जिसके बाद निशिकांत ने मंजूनाथ के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करायी थी. पिछले दिनों चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए मंजूनाथ के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है. मंजूनाथ को देवघर उपायुक्त और डीएसई के पद से हटाने का निर्देश दिया है. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार को मंजूनाथ के विरूद्ध उचित अनुशासिक कार्रवाई करने की बात कही है.
फिलहाल यह मामला झारखंड में गर्म है और राजनीतिक गलियारों में मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
रिपोर्ट- लाला जबीं